बिहारी कवि के अनुसार ग्रीष्म ऋतु का वर्णन कीजिए।
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कवि बिहारी के अनुसार जब जेठ माह की भरी दुपहरी होती है और प्रचंड गर्मी अपने उफान पर होती है। सूर्य एकदम सिर पर आ चमकता है, तब छाया छोटी होती चली जाती है और ऐसे में छाया ही अपनी छाया को ढूंढने लगती है। ... कवि बिहारी कहते हैं, तब भीषण गर्मी में आम जंगल भी तपोवन की तरह हो जाता है।
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the poet was very good and not enemy for Sattu explanation
my explanation what that I put Chatur enemy was very good
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