बिहारी सतसई की रचना में किस भाषा और छंद का प्रयोग हुआ है?
Answers
‘बिहारी सतसई’ की रचना ‘ब्रज भाषा’ में की गई है और इसमें ‘दोहा’ छंद का प्रयोग किया गया है।
‘बिहारी सतसई’ बिहारी की एकमात्र रचना है, जिसमें लगभग 719 दोहे संकलित किए गए हैं। यह एक मुक्तक काव्य है। ‘बिहारी सतसई’ श्रंगार रस की एक अनूठी साहित्यिक कृति हैय़ इसमें एक से एक बढ़कर अनमोल दोहों का संकलन हुआ है।
बिहारी रीतिकाल के एक प्रमुख श्रृंगारी कवि रहे हैं। उनकी कविता का मुख्य आधार श्रृंगार होता था। उन्होंने श्रंगार के संयोग और वियोग दोनों ही पक्षों का बड़ी ही सुंदरता से चित्रण किया है। उन्होंने राधा और कृष्ण के प्रेम को भक्ति भावना के चश्मे से देखने का प्रयत्न किया है।
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बिहारी के दोहों की भाषागत विशेषता लिखिए
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