बाज को देखकर सााँप के मन में क्या वचार आए?
Answers
Answered by
0
Answer:
जब तक शरीर में ताकत रही, कोई सुख ऐसा नहीं बचा जिसे न भोगा हो। दूर-दूर तक उड़ानें भरी हैं, आकाश की असीम ऊँचाइयों को अपने पंखों से नाप आया हूँ। अब बाज अपने जीवन की कहानी साँप को सुना रहा है और कहता है कि उसका जीवन बहुत ही सुखी रहा है। ... बाज साँप को कहता है कि साँप बहुत भाग्यहीन है क्योंकि वह आकाश में कभी नहीं उड़ सकता।
Similar questions