बुजुर्गों के शारीरिक व मानसिक देखभाल के बीच अंतर
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Answer:
किसी जीव अथवा पदार्थ में समय के साथ इकट्ठे होने वाले परिवर्तनों को वृद्धावस्था (ब्रिटिश और ऑस्ट्रेलियन अंग्रेजी में Ageing) या उम्र का बढ़ना (अमेरिकी और कैनेडियन अंग्रेजी में Aging) कहते हैं।[1] मनुष्यों में उम्र का बढ़ना शारीरिक, मानसिक और सामाजिक परिवर्तन की एक बहुआयामी प्रक्रिया को दर्शाता है। समय के साथ वृद्धावस्था के कुछ आयाम बढ़ते और फैलते हैं, जबकि अन्यों में गिरावट आती है। उदाहरण के लिए, उम्र के साथ प्रतिक्रिया का समय घट सकता है जबकि दुनिया की घटनाओं के बारे में जानकारी और बुद्धिमत्ता बढ़ सकती है। अनुसंधान से पता चलता है कि जीवन के अंतिम दौर में भी शारीरिक, मानसिक और सामाजिक तरक्की और विकास की संभावनाएं मौजूद होती हैं। उम्र का बढ़ना सभी मानव समाजों का एक महत्त्वपूर्ण हिस्सा है जो जैविक बदलाव को दर्शाता है, लेकिन इसके साथ यह सांस्कृतिक और सामाजिक परंपराओं को भी दर्शाता है। उम्र को आम तौर पर पूर्ण वर्षों के अनुसार - और छोटे बच्चों के लिए महीनों में मापा जाता है। एक व्यक्ति का जन्मदिन अक्सर एक महत्वपूर्ण घटना होती है। मोटे तौर पर दुनिया भर में 1,00,000 लोग उम्र संबंधी कारणों की वजह से मरते हैं।
Explanation:
उम्र बढ़ने" की परिभाषा कुछ हद तक अस्पष्ट है। "सार्वभौमिक वृद्धावस्था" (उम्र बढ़ने के वे परिवर्तन जो सब लोगों में होते हैं) और "संभाव्य वृद्धावस्था" (उम्र बढ़ने के वे परिवर्तन जो कुछ लोगों में पाए जा सकते हैं, लेकिन उम्र बढ़ने के साथ-साथ सब लोगों में नहीं पाए जाते जैसे टाइप 2 मधुमेह की शुरुआत) में भेद किए जा सकते है। एक व्यक्ति कितना उम्रदराज है, इस बारे में कालानुक्रमिक वृद्धावस्था यकीनन उम्र बढ़ने की सबसे सरल परिभाषा है और यह "सामाजिक वृद्धावस्था" (समाज की आकांक्षाएं कि बूढ़े होने पर लोगों को कैसा व्यवहार करना चाहिए) तथा "जैविक वृद्धावस्था" (उम्र बढ़ने के साथ एक जीव की भौतिक दशा) से अलग पहचानी जा सकती है। "आसन्न वृद्धावस्था" (उम्र-आधारित प्रभाव जो अतीत के कारकों की वजह से आते हैं) और "विलंबित वृद्धावस्था" (उम्र के आधार पर अंतर जिनके कारणों का पता व्यक्ति के जीवन की शुरुआत से लगाया जा सकता है, जैसे बचपन में पोलियोमाइलिटिस होना) में भी अंतर है।[