बिजली की करामते nibandh
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तुम सभी जानते हो कि बिजली का हमारे जीवन में कितना ज्यादा महत्व है। हम बिजली के बिना एक पल भी नहीं रह सकते हैं। चाहे हम घर में हों, स्कूल में या फिर किसी मॉल में, हर जगह इलेक्ट्रिसिटी का ही सबसे ज्यादा इस्तेमाल होता है। सोचो, अगर लाइट नहीं होती तो हमारी जिंदगी कैसी होती? न कंप्यूटर होता ना मोबाइल, ना ही बल्ब और पंखे। इतना ही नहीं, हमारी सबसे प्यारी मेट्रो और वीडियो गेम भी नहीं होता।
चलो आज हम तुम्हें बताते हैं कि हमारे इतने काम की इलेक्ट्रिसिटी का अविष्कार कैसे हुआ और इसका उत्पादन कैसे होता है।
कैसे हुआ बिजली का अविष्कार
इलेक्ट्रॉन के प्रवाह को इलेक्ट्रिसिटी कहते हैं। रदरफोर्ड ने इलेक्ट्रॉन का अविष्कार किया था। इलेक्ट्रिसिटी के अविष्कार की लंबी कहानी है। सबसे पहले बेंजामिन फ्रेंकलिन ने इलेक्ट्रिसिटी और मैगनेटिज्म पर शोध किया था, उसके बाद कई वैज्ञानिकों ने इस पर और शोध किये और कई तरह के उपकरण बनाए। सबसे पहले सफल इलेक्ट्रिक उपकरण इलेक्ट्रिक मोटर टेक्नोलॉजी थी, जिसे माइकल फराडे ने बनाया था। थॉमस एल्वा एडीसन ने लाइट बल्ब का अविष्कार किया था। बल्ब के अविष्कार से ही इलेक्ट्रिसिटी का इस्तेमाल मानव जीवन में शुरू हुआ। उसके बाद एक के बाद एक इलेक्ट्रिक उपकरणों का अविष्कार होता चला गया और हमारा जीवन सुखद और आरामदेह बनता चला गया।
कैसे होता है उत्पादन
बिजली का उत्पादन कई तरीके से होता है। ये तरीके हैं—
हाइड्रो इलेक्ट्रिक: बड़ी नदियों पर डैम (बांध) बनाकर इलेक्ट्रिसिटी का उत्पादन किया जाता है। इस प्रक्रिया में काफी ऊंचा बांध बनाया जाता है, ताकि पानी ऊपर तक आ सके। पानी जितना ज्यादा ऊंचा रहता है उसकी पोटेंशियल एनर्जी उतनी ही ज्यादा होती है। पानी जैसे ही तेज रफ्तार से घूमता है, वह पोटेंशियल एनर्जी से काइनेटिक एनर्जी में बदल जाता है, जिससे बिजली पैदा होती है। भाखड़ा नांगल, सलाल, नाथपा झाखड़ी आदि देश के प्रमुख हाइड्रो इलेक्ट्रिक प्लांट हैं।
थर्मल इलेक्ट्रिक
इस प्रक्रिया में पावर प्लांट बनाकर कोयला, पेट्रोल या डीजल को भट्टी में डाला जाता है। उसके ऊपर बॉयलर में पानी होता है। पेट्रोल या कोयले के जलते ही हीट उत्पन्न होती है, जिससे पानी भाप बन जाता है। भाप मैकेनिकल एनर्जी होती है। डायनेमो नामक यंत्र की सहायता से इसे इलेक्ट्रिक एनर्जी में बदल दिया जाता है और बिजली तैयार होती है।
नॉन कन्वेंशनल
इस सिस्टम में सोलर प्लेट से इलेक्ट्रिसिटी तैयार की जाती है। सोलर प्लेट सिलिकॉन की बनी होती है। इस पर जैसे ही सूरज की रोशनी पड़ती है तो हीट उत्पन्न होती है और इसके साथ ही इलेक्ट्रिसिटी तैयार हो जाती है। यह प्रक्रिया सबसे अच्छी मानी जाती है, क्योंकि जब तक सूरज है, तब तक इससे बिजली तैयार होती रहेगी, जबकि पेट्रोल, कोयला आदि एक दिन खत्म हो सकते हैं।
पवन ऊर्जा
तटीय इलाके, जहां हमेशा हवा बहती है, वहां पर पवन चक्की लगा दी जाती है। हवा को डाइनेमो की सहायता से इलेक्ट्रिसिटी में बदल दिया जाता है।
कैसे बचाएं बिजली
हमें बिजली बचानी चाहिए। तुम इन बातों को अपनाकर इलेक्ट्रिसिटी को संरक्षित कर सकते हो —
बेवजह बिजली का इस्तेमाल नहीं करो, ना ही किसी को करने दो।
घर में या किसी भी जगह अगर बिना काम के बल्ब जल रहा है या पंखा चल रहा हो तो उसे बंद कर दो।
टीवी, कंप्यूटर, लैपटॉप या वीडियो गेम को हमेशा ऑन मत रखो। जब उसका इस्तेमाल करना हो तभी ऑन करो।
पूरे परिवार के साथ अगर घर से बाहर जा रहे हो तो जाने से पहले अपने घर के सभी इलेक्ट्रिक सामानों के स्विच ऑफ कर दो।
दोस्तों, रिश्तेदारों और अन्य सभी जानकारों को समझाओ कि वे इलेक्ट्रिसिटी का दुरुपयोग ना करें।
अगर संभव हो तो दिन के समय बल्ब का कम से कम प्रयोग करो। पापा से कहो कि वो सीएफएल टय़ूब घर में लगवाएं। ये बिजली की कम खपत करते हैं।
वीडियो गेम कम खेलो और आउटडोर गेम ज्यादा खेलो। इससे बिजली की बचत होगी और तुम ज्यादा हेल्दी भी रहोगे।
चलो आज हम तुम्हें बताते हैं कि हमारे इतने काम की इलेक्ट्रिसिटी का अविष्कार कैसे हुआ और इसका उत्पादन कैसे होता है।
कैसे हुआ बिजली का अविष्कार
इलेक्ट्रॉन के प्रवाह को इलेक्ट्रिसिटी कहते हैं। रदरफोर्ड ने इलेक्ट्रॉन का अविष्कार किया था। इलेक्ट्रिसिटी के अविष्कार की लंबी कहानी है। सबसे पहले बेंजामिन फ्रेंकलिन ने इलेक्ट्रिसिटी और मैगनेटिज्म पर शोध किया था, उसके बाद कई वैज्ञानिकों ने इस पर और शोध किये और कई तरह के उपकरण बनाए। सबसे पहले सफल इलेक्ट्रिक उपकरण इलेक्ट्रिक मोटर टेक्नोलॉजी थी, जिसे माइकल फराडे ने बनाया था। थॉमस एल्वा एडीसन ने लाइट बल्ब का अविष्कार किया था। बल्ब के अविष्कार से ही इलेक्ट्रिसिटी का इस्तेमाल मानव जीवन में शुरू हुआ। उसके बाद एक के बाद एक इलेक्ट्रिक उपकरणों का अविष्कार होता चला गया और हमारा जीवन सुखद और आरामदेह बनता चला गया।
कैसे होता है उत्पादन
बिजली का उत्पादन कई तरीके से होता है। ये तरीके हैं—
हाइड्रो इलेक्ट्रिक: बड़ी नदियों पर डैम (बांध) बनाकर इलेक्ट्रिसिटी का उत्पादन किया जाता है। इस प्रक्रिया में काफी ऊंचा बांध बनाया जाता है, ताकि पानी ऊपर तक आ सके। पानी जितना ज्यादा ऊंचा रहता है उसकी पोटेंशियल एनर्जी उतनी ही ज्यादा होती है। पानी जैसे ही तेज रफ्तार से घूमता है, वह पोटेंशियल एनर्जी से काइनेटिक एनर्जी में बदल जाता है, जिससे बिजली पैदा होती है। भाखड़ा नांगल, सलाल, नाथपा झाखड़ी आदि देश के प्रमुख हाइड्रो इलेक्ट्रिक प्लांट हैं।
थर्मल इलेक्ट्रिक
इस प्रक्रिया में पावर प्लांट बनाकर कोयला, पेट्रोल या डीजल को भट्टी में डाला जाता है। उसके ऊपर बॉयलर में पानी होता है। पेट्रोल या कोयले के जलते ही हीट उत्पन्न होती है, जिससे पानी भाप बन जाता है। भाप मैकेनिकल एनर्जी होती है। डायनेमो नामक यंत्र की सहायता से इसे इलेक्ट्रिक एनर्जी में बदल दिया जाता है और बिजली तैयार होती है।
नॉन कन्वेंशनल
इस सिस्टम में सोलर प्लेट से इलेक्ट्रिसिटी तैयार की जाती है। सोलर प्लेट सिलिकॉन की बनी होती है। इस पर जैसे ही सूरज की रोशनी पड़ती है तो हीट उत्पन्न होती है और इसके साथ ही इलेक्ट्रिसिटी तैयार हो जाती है। यह प्रक्रिया सबसे अच्छी मानी जाती है, क्योंकि जब तक सूरज है, तब तक इससे बिजली तैयार होती रहेगी, जबकि पेट्रोल, कोयला आदि एक दिन खत्म हो सकते हैं।
पवन ऊर्जा
तटीय इलाके, जहां हमेशा हवा बहती है, वहां पर पवन चक्की लगा दी जाती है। हवा को डाइनेमो की सहायता से इलेक्ट्रिसिटी में बदल दिया जाता है।
कैसे बचाएं बिजली
हमें बिजली बचानी चाहिए। तुम इन बातों को अपनाकर इलेक्ट्रिसिटी को संरक्षित कर सकते हो —
बेवजह बिजली का इस्तेमाल नहीं करो, ना ही किसी को करने दो।
घर में या किसी भी जगह अगर बिना काम के बल्ब जल रहा है या पंखा चल रहा हो तो उसे बंद कर दो।
टीवी, कंप्यूटर, लैपटॉप या वीडियो गेम को हमेशा ऑन मत रखो। जब उसका इस्तेमाल करना हो तभी ऑन करो।
पूरे परिवार के साथ अगर घर से बाहर जा रहे हो तो जाने से पहले अपने घर के सभी इलेक्ट्रिक सामानों के स्विच ऑफ कर दो।
दोस्तों, रिश्तेदारों और अन्य सभी जानकारों को समझाओ कि वे इलेक्ट्रिसिटी का दुरुपयोग ना करें।
अगर संभव हो तो दिन के समय बल्ब का कम से कम प्रयोग करो। पापा से कहो कि वो सीएफएल टय़ूब घर में लगवाएं। ये बिजली की कम खपत करते हैं।
वीडियो गेम कम खेलो और आउटडोर गेम ज्यादा खेलो। इससे बिजली की बचत होगी और तुम ज्यादा हेल्दी भी रहोगे।
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