(ब) किसने कहा कि राजनीति ने हमें साँप की कुंडली की तरह जकड़ रखा है और
इससे जूझने के सिवाय कोई अन्य रास्ता नहीं है।"
Answers
महात्मा गांधी के अनुसार, राजनीति ने हमें सांप की कुडली की तरह जकड़ रखा है और इससे जूझने के सिवाय कोई अन्य रास्ता नहीं है। राजनीतिक संगठन और सामूहिक निर्णय के किसी ढाँचे के बगैर कोई भी समाज जिन्दा नहीं रह सकता है ।
#SPJ3
महात्मा गाँधी ने कहा था कि "राजनीति ने हमें साँप की कुंडली की तरह जकड़ रखा है और इससे जूझने के सिवाय कोई अन्य रास्ता नहीं है।"
व्याख्या :
राजनीति ने हमेशा हमें साँप की कुंडली की तरह जकड़ लिया है। महात्मा गांधी का यह कथन बिल्कुल सही है।
हमारे विचार के अनुसार जीवन के हर क्षेत्र में अब राजनीति हावी है, बिना राजनीति के जोड़-तोड़ के कोई भी स्वयं को बचा नहीं पता।
किसी खेल का उदाहरण लें तो खिलाड़ी को खेल की टीम में बने रहना है तो उसे अपनी खेल प्रतिभा के अलावा राजनीतिक जोड़-तोड़ की भी आवश्यकता होती है। वह अपनी हैसियत या किसी प्रभावशाली व्यक्ति के प्रभाव का उपयोग करके कम प्रतिभा होने के बावजूद टीम में अपना स्थान बना सकता है, जबकि उसे अधिक प्रतिभा वाला खिलाड़ी किसी राजनीतिक पहुंच के अभाव में टीम में स्थान नहीं बना पाता।
कामकाजी दफ्तरों में भी यही हाल है अपनी वरिष्ठ अधिकारी की हाँ में हाँ मिलाकर कर्मचारी कम काम करके भी अधिक प्रोन्नति पा जाते हैं, जबकि उनसे अधिक काम करने वाले लेकिन वरिष्ठ अधिकारी की चमचागिरी ना करने वाले लोग उनती प्रोन्नति नही पा पाते।
कुल मिलाकर ये तो दो क्षेत्रों के उदाहरण भर हैं, जीवन के लगभग सभी क्षेत्रों में राजनीति पूरी तरह हावी है। इसलिये गाँधीजी का उपरोक्त कथन बिल्कुल सही है।
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