बालिका रो रही है। यहाँ क्रिया के साथ क्या, किसे, किसको आदि प्रश्नों का कोई उत्तर नहीं
पा रहा है, यह अकर्मक क्रिया है।
नीचे लिखे वाक्यों में प्रयुक्त क्रियाओं को पहचानकर अकर्मक या सकर्मक लिखिए।
क, मैं पैसे नहीं लूँगा।
ख. आप यहाँ ठहरें, मैं पलक झपकते ही आया।
ग. तुम इसी समय डॉक्टर को लेकर वहाँ जल्दी आओ।
घ. मेरे पास बड़ी रकम सौंप रखी है।
ङ. ऐसा लगता है कि एक पैर की हड्डी टूट गई है।
दिए गए वाक्यों में उचित विराम चिह्न का प्रयोग कीजिए।
क. कहिए पंडित जी आप यहाँ कैसे
ख. छलनी ले लो बटन ले लो माचिस ले लो
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Answer:
जिन शब्दों से किसी कार्य का करना या होना व्यक्त हो उन्हें क्रिया कहते हैं। जैसे- रोया, खा रहा, जायेगा आदि। उदाहरणस्वरूप अगर एक वाक्य 'मैंने खाना खाया' देखा जाये तो इसमें क्रिया 'खाया' शब्द है। 'इसका नाम मोहन है' में क्रिया 'है' शब्द है। 'आपको वहाँ जाना था' में दो क्रिया शब्द हैं - 'जाना' और 'था'।
क्रिया के भी कई रूप होते हैं, जो प्रत्यय और सहायक क्रियाओं द्वारा बदले जाते हैं। क्रिया के रूप से उसके विषय संज्ञा या सर्वनाम के लिंग और वचन का भी पता चल जाता है। क्रिया वह विकारी शब्द है, जिससे किसी पदार्थ या प्राणी के विषय में कुछ विधान किया जाता है। अथवा जिस विकारी शब्द के प्रयोग से हम किसी वस्तु के विषय में कुछ विधान करते हैं, उसे क्रिया कहते हैं। जैसे-
1. घोड़ा जाता है।
2. पुस्तक मेज पर पड़ी है।
3. मोहन खाना खाता है।
4 राम स्कूल जाता है।
उपर्युक्त वाक्यों में जाता है, पड़ी है और खाता है क्रियाएँ हैं।
क्रिया के साधारण रूपों के अंत में ना लगा रहता है जैसे-आना, जाना, पाना, खोना, खेलना, कूदना आदि। साधारण रूपों के अंत का ना निकाल देने से जो बाकी बचे उसे क्रिया की धातु कहते हैं। आना, जाना, पाना, खोना, खेलना, कूदना क्रियाओं में आ, जा, पा, खो, खेल, कूद धातुएँ हैं। शब्दकोश में क्रिया का जो रूप मिलता है उसमें धातु के साथ ना जुड़ा रहता है। ना हटा देने से धातु शेष रह जाती है। By: Raj Sarma