Hindi, asked by ajaypanchal246, 6 months ago

बोलने की quality कैसे improove करें?

Answers

Answered by manjumeena80369
1

Answer:

"वाह यार क्या ऐक्टिंग है तुमाहरी ! क्या पर्सनालिटी है और ऐक्टिंग टेकनिक तो क्या ही कहना" लेकिन इसी के साथ कास्टिंग डिरेक्टर ने अपना माथा खुजलाते हुए कहा की "देखो यार लेकिन जो हमारी कहानी का करेक्टेर है ना उसकी आवाज़ बहुत दम ख़म वाली चाहिए जो तुमहरी आवाज़ में वो क्वालिटी नहीं है तो मई आपको नहीं ले सकता"

जी हाँ दोस्तों ऐसा कई बार देखने में आता है की कुछ लोग ऐक्टिंग के साथ अपनी आवाज़ पव ध्यान देना भूल जाते है जो आगे चल के उनको काम ले पाने में मुश्किल पैदा करता है।दोस्तों आवाज़ की क्वालिटी एक ऐसा हुनर है जो आपको ख़ुद से देवलोपे करना पड़ता है अपनी प्रेक्टिस के साथ।

आवाज भगवान का दिया गया उपहार है, हाँ, यह सच है और एक तथ्य है, लेकिन इसे प्रशिक्षित किया जा सकता है, यह भी एक तथ्य है। कोई भी पैदा हुआ या जनमजात गायक या कथाकार या आवाज का कलाकार नहीं है, हां, उसके पास जन्म की एक मधुर, सुन्दर आवाज़ हो सकती है, लेकिन फिर भी उसकी आवाज़ को आवश्यक समय के लिए पेशेवर रूप से प्रदर्शन करने में सक्षम, विविध और सक्षम करने के लिए पर्याप्त प्रशिक्षित करने की आवश्यकता पड़ती है।बोलना एक बहुत शक्तिशाली उपकरण है और यह एक दृश्य या पूरे प्रडक्शन में उद्देश्यों को प्राप्त करने में एक अभिनेता की सहायता कर सकता है।लेट राज कुमार, लेट मुराद और उनके बेटे रजा मुराद, नाना पाटेकर, स्वर्गीय अमरिश पुरी,कबीर बेदी,अमिताभ बचन,अर्जुन रामपालआदि कुछ ऐसे ऐक्टर हैं जिनका नाम दमदार आवाज़ की वजह से सुनहरे अक्षरों में लिखा जाता है।

आज, एक बॉलीवुड या एक टीवी सीरियल कास्टिंग डायरेक्टर एक सामान्य ऑडिशन पर बेहद व्यस्त और थका हुआ रहता है जहां उसे एक चरित्र के लिए सैकड़ों कलाकारों का ऑडिशन करना पड़ता है। जाहिर है, वह कई खराब प्रदर्शनों के साथ आगे निकल सकता है। अभिनेता emotions और actions में फँसे रहते हैं, लेकिन वे भूल जाते हैं कि हमारी आवाज बहुत महत्वपूर्ण है। एक अच्छी आवाज़ एक प्रमुख कारक है, एक कास्टिंग डायरेक्टर के दिमाग में खुद को पंजीकृत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है और आपको सपने की भूमिका निभाने में आगे बढ़ सकती है।

क्या आपके पास पतली, तीखी, कम या मफ्लड आवाज है ? क्या आप शब्दों को बोलते वक़्त मिलाते हैं या बहुत तेज़ बोलते हैं?

तो दोस्तों हम आपके लिए कुछ ऐसे टिप्स लकर आए हैं जिनसे आप अपनी आवाज़ को निखर सकते हैं। यहा वो अभ्यास हैं जो आपकी आवाज़ को निखारने में बहुत ही चमत्कारी नतीजे देंगे। जैसा कि हर सुबह एक गायक "रियाज" (अभ्यास) करता है अपनी आवाज़ को निखारने के लिए , आपको हर सुबह या शाम को रात के खाने से पहले ये अभ्यास करना चाहिए।

१ अपने ठोडी पर अपने अंगूठे रखें। मुंह खोलें। अपनी जीभ को बाहर खींचें और अपनी जीभ की दोनों इंडेक्स उंगलियों के साथ मालिश करें और जोर से आवाज 3 मिनट तक।

२. अपने सिर हिलाते हुए जोरदार फ़नी आवाज़ें बनाओ

३. बार-बार आवाज बनाते yawn करें

४. “HUM” की आवाज़ की प्रेक्टिस करें लोअर से हाई पिच में जाएँ ऐसा करते समये अलग अलग आठ piches की प्रेक्टिस करें।

५ विभिन्न ध्वनि स्तरों पर बार-बार "ब्र्रर" ध्वनि बनाएं

६. आप केवल सा रे गा मा के "सा" ले सकते हैं और फिर मुंह से गहरी सांस ले सकते हैं, नाक नहीं, और अपनी पूरी बास आवाज (सभी आवाज प्रकारों की सबसे कम मुखर रेंज) के साथ "सा" को पढ़ना शुरू करें। सांस गिरावट के स्तर पर आता है। सांस की अनावश्यक खिंचाव का कोई उपयोग नहीं है। ध्यान रखें कि आपको मुंह से श्वास लेना है, पूरी तरह से और बिना किसी ब्रेक, भिन्नता या अपनी आवाज़ के मॉड्यूलेशन के बिना निरंतर पिच में अपनी सांस के अंत तक "सा" कहना चाहिए। इससे न केवल आपको अच्छी आधार आवाज रखने में मदद मिलेगी, बल्कि आपकी आवाज़ सहनशक्ति भी बढ़ेगी। साथ ही, बोलते समय, "ओएम" शब्द को 2 भागों "ओ" और "म" में फैलाएं जब तक आपकी सांस समाप्त न हो जाए।

७. श्वास: गहराई से श्वास लें, सांस पकड़ें और धीरे-धीरे निकालें (10 गुना)। यदि संभव हो, तो सोने से पहले बिस्तर पर कोशिश करें, अपने पेट पर एक किताब रखें।

Similar questions