ब्लनम्नलललखत गद्यांश को ध्यानपूिडक पढ़कर नीचेब्लदए गए प्रश्नों केउत्तर लललखए।
आजादी केबाद जजस तर सेमध्यिगीय सिं िेदना का ब्लिकास साब्ल त्य में ोता ैि उल्लेखनीय ै। य
समाज का एक ऐसा िगड ैजो आध ब्लनकता को ग्र र्ण करनेकी लालसा भी र ती ैऔर उसी समय मेंि
अपनी रूब्लढ़िादी जीिन मूल्यों सेचचपका भी र ता ै। इस िगडमेंइतना सा स पैदा न ीं ो पाता ैब्लक ि
रूब्लढ़यों केप्रचत प्रश्न खडा कर सके । जजसकेकारर्ण आजादी केबाद केसमाज मेंमध्यिगडनेआध ब्लनकता के
नाम पर के िल आध ब्लनक जीिन शैली को अपनानेका कायडब्लकया। िैचाररक रूप सेआध ब्लनकता केतत्व
कम ग्र र्ण ब्लकए गए, जजसका प्रभाि स्त्री-प रुष सिं बिं धों पर भी पढ़ता हुआ ब्लदखाई देता ै।
मारेसमाज मेंस्त्री प रुष केख लेमेल- ब्लमलाप का प्रािधान ै ी न ीं, इसललए मध्यिगीय प रुष को आदर
और समानता केस्तर पर मब्ल लाओिं सेब्लमलनेका मौका कम ी ब्लमल पाता ै। परिं परा नेउसकेब्लदमाग में
ब्लबिा ब्लदया ैकी औरत को मदडकी अधीनता मेंर ना चाब्ल ए। लेब्लकन उसनेएक आध ब्लनक म द्रा भी अपना
ी हुई ैजो उसेऔरत -मदडकी बराबरी स्वीकार करनेकेललए मजबूर करती ै। जजसकेकारर्ण ि कम से
कम सैद्धांचतक स्तर पर इस बराबरी को माननेलगता ै। इस तर आजादी केबाद औरतों की स्वतिं त्रता को
लेकर भारतीय समाज मेंजसद्धांत और व्यि ार का अिं तर ब्लदखाई देता ै।
(क) मध्यिगडकी ब्लिर्िं बना क्या ै?
(ख) ब्लकसका प्रभाि स्त्री प रुष सिं बिं धों पर पडता ब्लदखाई देता ै?
(ग) परिं परा नेमध्यिगीय प रुषों केब्लदमाग मेंक्या ब्लबिा ब्लदया ै?
(घ) आजादी केबाद औरतों की स्वतिं त्रता को लेकर भारतीय समाज मेंक्या ब्लदखाई देता ै?
(र्) प्रस्त त गद्यांश का उचचत शीषडक क्या ै?
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(क) लक्ष्मी धन को कहते हैं।
(ख) चींटी और मधुमक्खी दोनो अपनी जगह मेहनत करती है। वो दोनो मेहनती हैं।
(ग) हाथ पर हाथ धरने का मतलब इन्सान सब कुछ करने के काबिल होता हैं फिर भी फाल्तू में वक्त खराब करके अच्छा मोका गवां देता हैं।
(घ) बेकार में।
sorry last ka nahi ara mujhe.
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