Hindi, asked by harshgupta3885, 5 months ago

बानी जगरानी की उदारता बरवानी जाई
ऐसी मति उदित उदार कौन की भई।
देवता प्रसिद्ध सिद्ध रिषिराज तपबृद्ध,
वादि-कहि हारे सब कहि न काहू लई ।​

Answers

Answered by Durgeshvikramsingh
0

Answer:

Explanation:

बानी जगरानी की उदारता बरवानी जाइ,

ऐसी मति उदित उदार कौन की भई।

देवता प्रसिद्ध सिद्ध रिषिराज तपबृद्ध,

कहि-कहि हारे सब कहि न काहू लई ।"

अथवा

"कारी करि कोकिल। कहाँ को बैर काढति री,

कूकि कूकि अबहों करे जो किन कोरि लै।

पैडे परे पापी ये कलापी निसि-द्योस ज्यों ही,

चातक! रे घातक है, तू हू कान कोरि लै।।"​

Attachments:
Similar questions