बिना विचार घटना के पात्रों के बीच या कहानी लिखी जा सकती है यशपाल के इस विचार से आप क्या तक सहमत हैं
Answers
Answered by
5
हम लेखक के इन विचारों से पूरी तरह से सहमत नहीं है कि बिना विचार घटना और पात्रों के कहानी लिखी जा सकती है क्योंकि प्रत्येक कहानी के पीछे कोई ना कोई घटना विचार अथवा पात्र अवश्य होता है उदाहरण के लिए लेखक की इस कहानी में लखनवी अंदाज को ही ले सकते हैं इस में लेखक ने कटाक्ष के लिए सारा ताना-बाना बुना है इसमें लेखक के इसी विचार की प्रमुखता है कि घटना के रूप में रेल यात्रा तथा पात्र के रूप में भी नवाब आ जाते हैं और कहानी बन जाती है
Answered by
3
Explanation:
इस विचार से मैं सहमत हूं कि क्योंकि बिना किसी बिना किसी घटना और पात्र के कोई भी कहानी नहीं लिखी जा सकती क्योंकि हर कहानी के पीछे एक घटना होती है और हर कहानी में कोई ना कोई होता है बिना किसी घटना और पात्र के तो कोई कहानी संभव ही नहीं है
Similar questions