Hindi, asked by Anonymous, 1 year ago

बिना विचार, घटना और पात्रों के भी क्या कहानी लिखी जा सकती है। यशपाल के इस विचार से आप कहाँ तक सहमत हैं?


class 10


lucknawi andaz

Answers

Answered by Anonymous
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Heya buddy !

Kahani kisi ghatna ka esa varnan hai jo vishesh karan ki or sanket karti hai. Ghatna kese ghati, uske kya karan thein, uska kya parinam hua. Yah sab janne ki jigyasa man mai bani rahti hai or bina karan ke nahi hoti hai. Atah: bina patra ke kahani tatha bina karan ke ghatna kese sammbhav hai? Atah: lekhak ka manna hai ki bina vichar, ghatna or patro ke kahani nahi likhj ja sakti. yah purnatah: satya hai. Uska bichar hamare bicharo ke anukul hai.

Hope this'll help uh (:
Answered by jayathakur3939
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उत्तर :- लेखक का मानना है कि बिना विचार, घटना और पात्रों के भी कहानी लिखी जा सकती है | मैं लेखक के इन विचारों से सहमत नहीं हूँ। वास्तव में कहानी किसी घटना विशेष का वर्णन ही तो है। इसका कारण क्या था, कब घटी, परिणाम क्या रहा तथा इस घटना से कौन-कौन प्रभावित हुए आदि का वर्णन ही कह्मनी है। अतः किसी कहानी के लिए विचार, घटना और पात्र बहुत ही आवश्यक है |

बहरहाल, मैं लेखक द्वारा किए गए कटाक्ष से जरूर सहमत हूँ कि जब केवल सूँघकर और देखकर पेट की तृप्ति हो सकती है तो फिर बिना विचार, घटना और पात्र के कहानी क्यों नहीं लिखी जा सकती है

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