बाणभट्ट का जीवन परिचय हिन्दी अथवा संस्कृत में दीजिए।
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बाणभट्ट बाण भट्टराव सातवीं शताब्दी के संस्कृत गद्य लेखक और कवि थे। वह राजा हर्षवर्धन के आस्थान कवि थे। ... हर्षचरितम् , राजा हर्षवर्धन का जीवन-चरित्र था और कादंबरी दुनिया का पहला उपन्यास था।
बाणभट्ट का जीवन परिचय हिंदी में...
बाणभट्ट संस्कृत भाषा के एक प्रसिद्ध साहित्यकार रहे हैं। बाणभट्ट सातवीं शताब्दी के प्रसिद्ध संस्कृत गद्य लेखक और कवि रहे हैं, जिन्होने अनेक प्रसिद्ध ग्रंथों की रचना की थी, जिनमें हर्ष चरितम् और कादंबरी नामक ग्रंथ प्रमुख हैं। वह राजा हर्षवर्धन के समकालीन कवि थे और उनके राजदरबार में आस्थान कवि थे।
बाणभट्ट का जन्म सोन नदी के तट पर स्थित प्रीतिकूट नाम के गाँव में एक ब्राह्मण परिवार में हुआ था। बाणभट्ट के पितामह का नाम अर्थपति का और पिता का नाम चित्रभानु था। उनके माता की बचपन में ही मृत्यु हो गई थी। 14 वर्ष की आयु होने पर उनके पिता भी का भी निधन हो गया। बाणभट्ट के पिता एक संपन्न परिवार से थे इसलिए बाणभट्ट के लिए काफी संपत्ति छोड़ गए थे। लेकिन बाणभट्ट इन सब से दूर संसार को स्वयं देखने के लिए निकल पड़े और उन्होंने संसार को जानने का प्रयास किया।
हर्षवर्धन के दरबार में उनको राजसंरक्षण मिला और वहाँ पर उन्होंने 'हर्षचरितम्' ग्रंथ की रचना की। बाद में उन्होंने 'कादंबरी' नामक ग्रंथ की रचना की। ये ग्रंथ पूरा होने से पहले ही उनकी उनका निधन हो गया और इस ग्रंथ का शेष भाग उनके पुत्र भूषण भट्ट ने किया।