Hindi, asked by hindilearn7230, 1 year ago

बैर क्रोध का अचार या मुरब्बा है तात्पर्य

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Answered by srashti58
25

Answer:

achar hai kyu ki ek.bar rishto mein khtass a jati h to mitane se bhi bhi mitti

Answered by bhatiamona
68

बैर क्रोध का अचार या मुरब्बा है तात्पर्य

बैर क्रोध का अचार या मुरब्बा है इस बात से तात्पर्य यह कि जिस तरह अचार या मुरब्बा को बनाकर हम उसे एक पात्र में लंबे समय के लिए रख लेते हैं। उसी तरह क्रोध को भी यदि हम अपनी मन रूपी पात्र में लेंगे तो वह धीरे-धीरे अचार या मुरब्बे की तरह पककर बैर का रूप धारण कर लेगा। कहने का तात्पर्य है कि क्रोध को मन में नही रखना चाहिये नही तो वह बैर का रूप धारण कर लेता है।

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