ब्रिटिश लार्ड सभा की अमेरिकी सीनेट की तुलना कीजिए
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संयुक्त राज्य सीनेट अमरीकी कांग्रेस की ऊपरी प्रतिनिधि सभा है। हाउस ऑफ रेप्रेसेंटेटिव कांग्रेस की निचली प्रतिनिधि सभा है। भारतीय लोकतंत्र में सीनेट की तुलना राज्यसभा से की जा सकती है।
सीनेट के विशेषाधिकार हैं:
(1) उपराष्ट्रपति का निर्वाचन,
(2) महाभियोग का निर्णयन,
(3) राष्ट्रपति द्वारा की गई नियुक्तियों का पुष्टीकरण,
(4) विदेशी राज्यों के साथ की गई संधियों का पुष्टीकरण।
कांग्रेस के दोनों सदनों के वर्णित विशेषाधिकारों के अतिरिक्त कुछ अधिकार ऐसे हैं जो दोनों सदनों को समान रूप से प्राप्त हैं और दोनों सदन मिलकर संविधान के अंतर्गत इनका प्रयोग करते हैं। ये अधिकतर निम्नलिखित हैं :
(1) कांग्रेस के दोनों सदनों को दो तिहाई बहुमत से संविधान में संशोधन के प्रस्ताव प्रस्तुत करने का अधिकार,
(2) दोनों सदनों का अपने-अपने निर्वाचनों के समय, स्थान तथा निर्वाचन के ढंग को निश्चित करना,
(3) संघीय कार्यपालिका के विभिन्न विभागों तथा विभिन्न संघीय पदाधिकारियों के पदों के निर्माण का अधिकार,
(4) न्याय संबंधी कतिपय अधिकार भी कांग्रेस के अंतर्गत हैं,
(5) परराष्ट्र-संबंध-संचालन तथा अंतरराष्ट्रीय मामलों से संबद्ध कतिपय अधिकार,
(6) कांग्रेस को 13 विषयों में विधिनिर्माण का अधिकार है।
Answer:
Concept:
लॉर्ड सभा एक ऐतिहासिक सदन है, जबकि सीनेट एक ऐतिहासिक सदन नहीं है। यदि लॉर्ड सभा का उद्देश्य सामन्तों तथा पूँजीपतियों के हितों की रक्षा करना है, तो सीनेट भी पूँजीपतियों के हितों की रक्षा करती है।
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ब्रिटिश लार्ड सभा की अमेरिकी सीनेट की तुलना कीजिए
Given:
ब्रिटिश लार्ड सभा की अमेरिकी सीनेट की तुलना कीजिए
Explanation:
अमेरिकी सीनेट और ब्रिटिश लॉर्ड सभा की तुलना प्रमुखतः निम्न आधारों पर की जाती है -
• रचना और संगठन- एक राजनीतिक संस्था के कार्यों और शक्तियों पर उसकी रचना व • संगठन का प्रत्यक्ष प्रभाव पड़ता है। सीनेट और लॉर्ड सभा के संगठन में तीन प्रमुख अन्तर हैं।
प्रथम, सीनेट की सदस्य संख्या 100 है, जबकि लॉर्ड सभा की सदस्य संख्या वर्तमान में 1,080 है। एक हजार से अधिक सदस्यों वाली लॉर्ड सभा न तो ठीक प्रकार से कार्य कर सकती है और न ही उससे ऐसी आशा की जा सकती है। लेकिन सीनेट एक छोटी संस्था होने के कारण एक सुसंगठित इकाई के रूप में कार्य कर सकती है। सीनेट के सदस्यों में परस्पर एकता होती है, जबकि लॉर्ड सभा के सदस्य अपरिचित भी हो सकते हैं।
द्वितीय, लॉर्ड सभा के अधिकांश सदस्य वंश-परम्परा के आधार पर अपना पद ग्रहण करते हैं। इस कारण वे जनप्रतिनिधि होने का दावा नहीं कर सकते। इसके विपरीत सीनेट के सदस्य प्रत्यक्ष निर्वाचन के •आधार पर पद ग्रहण करते हैं। प्रयत्नपूर्वक प्राप्त की गई सदस्यता को वे सम्मान की दृष्टि से देखते हैं और जनप्रतिनिधि होने का दावा कर सकते हैं।
तृतीय, लॉर्ड सभा के सदस्यों की सदस्यता आजीवन रहती है, जबकि सीनेट के सदस्यों का कार्यकाल 6 वर्ष है।
• विधायी शक्तियां- अमेरिकी संविधान के अनुसार सीनेट को प्रतिनिधि सभा के साथ सम्पूरक विधायिनी सत्ता प्राप्त है। वित्तीय विधेयकों को छोड़कर अन्य सभी विधेयक सीनेट में प्रारम्भ हो सकते हैं और सीनेट की स्वीकृति के बिना कोई भी विधेयक कानून नहीं बन सकता। दूसरे शब्दों में, सीनेट कांग्रेस की एक समानाधिकार वाली शाखा है, अधीन नहीं है और निम्न सदन के साथ राष्ट्रीय कानून निर्माण के काम में बराबर की साझेदार है।
अमेरिका के विपरीत ब्रिटेन में लॉर्ड सभा की स्थिति व्यवस्थापन के क्षेत्र में अत्यधिक दुर्बल है। ब्रिटेन में यदि कॉमन सभा किसी विधेयक को तीन निरन्तर अधिवेशनों में पारित करे और प्रथम अधिवेशन के दूसरे वाचन तथा तीसरे अधिवेशन के तीसरे वाचन में 1 वर्ष का अन्तर हों, तो वह विधेयक कानून बन जाता है, चाहे लॉर्ड सभा उसे स्वीकृत करे या नहीं। लेकिन वर्तमान समय में लॉर्ड सभा द्वारा विरोध होने पर कॉमन सभा मध्यम मार्ग का अनुसरण करती है और उसके सुझावों को जहाँ तक सम्भव होता है, स्वीकार कर लेती है।
• वित्तीय शक्तियों- अमेरिका में धन विधेयकों के सम्बन्ध में दोनों सदनों की शक्तियाँ समान हैं। धन विधेयक प्रतिनिधि सभा में प्रस्तावित किए जाते हैं, परन्तु सीनेट की सहमति के बिना वे पारित नहीं किए जा सकते। संशोधन की आड़ में सीनेट वित्त विधेयकों के नाम के अतिरिक्त सब कुछ परिवर्तित कर सकती है। एक बार प्रतिनिधि सभा द्वारा पारित होकर भेजे गए आयात निर्यात कर सम्बन्धी विधेयक को सीनेट ने प्रतिनिधि सभा को लौटा दिया और उसमें 847 संशोधन के प्रस्ताव भी संलग्न कर दिए थे।
इसके विपरीत इंग्लैण्ड में कॉमन सभा के पास ही वित्तीय शक्तियाँ हैं, क्योंकि यही जनता की प्रतिनिधि सभा है। देश के वित्त पर कॉमन सभा का ही नियन्त्रण है। सन् 1911 के संसदीय अधिनियम के अनुसार धन विधेयक केवल कॉमन सभा में ही पुनःस्थापित हो सकते हैं, लॉर्ड सभा में नहीं। इस अधिनियम द्वारा यह उपबन्ध किया गया है कि लॉर्ड सभा की अनुमति मिले या न मिले, कॉमन सभा द्वारा पारित होने के एक महीने के पश्चात् प्रत्येक धन विधेयक कानून बन जाएगा। इस प्रकार इंग्लैण्ड में धन विधेयकों के सम्बन्ध में लॉर्ड सभा को कोई प्रभावशाली शक्ति प्राप्त नहीं है।
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