बारावन या बरखान क्या है ?
Answers
Answer:
बरखान (Barchan) अथवा बरखान स्तूप एक प्रकार के बालुका स्तूप हैं जिनकी आकृति अर्द्ध-चन्द्राकार होती है और अक्सर समूहों में पाए जाते हैं। ये ऐसे रेगिस्तानों में बनते हैं जहाँ पवन वर्ष भर एक ही दिशा से बहती है, इनका पवनानुवर्ती ढाल मंद और उत्तल होता है जबकि दूसरी तरफ़ का ढाल तेज होता है और अर्द्ध-चन्द्र के दोनों नुकीले हिस्से, जिन्हें स्तूप शृंग कहा जाता, पवन के बहाव की दिशा में आगे निकले हुए होते हैं।
बरखान शब्द के रूप में इनका नामकरण रूसी प्रकृति विज्ञानी अलेक्जेंडर वॉन मिडेंडार्फ ने किया था[1] जिन्होंने तुर्किस्तान की मरुभूमि में ऐसे स्तूपों का अध्ययन किया था। पवन की दिशा में परिवर्तन होने से जब बरखान की एक भुजा कट जाए तथा एक भुजा शेष रह जाए तो उसे सीफ कहते है। इसकी आकृति नव चंद्रकार होती है।[कृपया उद्धरण जोड़ें]
बरखान की ऊँचाई 9–30 मी॰ (30–98 फीट) तक एवं चौड़ाई, यदि इनके आधार के पास पवन की दिशा के लंबवत नापी जाय 370 मी॰ (1,210 फीट) तक हो सकती है।
बारावन या बरखान क्या है ?
- बरचन या बरखान स्तूप एक प्रकार का रेत स्तूप है जो वर्धमान आकार का होता है और अक्सर समूहों में पाया जाता है। वे रेगिस्तानों में बनते हैं जहां पूरे वर्ष एक ही दिशा से हवा चलती है, उनकी ली ढलान कोमल और उत्तल होती है, जबकि दूसरी तरफ खड़ी होती है और अर्धचंद्र के दो नुकीले हिस्से, जिन्हें लकीरें कहा जाता है, हवा के संपर्क में आते हैं। प्रवाह की दिशा में आगे प्रक्षेपित किया जाता है।
- बरखान शब्द रूसी प्रकृतिवादी अलेक्जेंडर वॉन मिडडॉर्फ द्वारा गढ़ा गया था, जिन्होंने तुर्केस्तान के रेगिस्तान में ऐसे स्तूपों का अध्ययन किया था। वायु की दिशा में परिवर्तन होने के कारण जब बरखान की एक भुजा कट जाती है और एक भुजा शेष रह जाती है तो उसे सीफ कहते हैं। इसका आकार अमावस्या है। बरचन या बरखान स्तूप एक प्रकार का रेत स्तूप है जो वर्धमान आकार का होता है और अक्सर समूहों में पाया जाता है।
- बरखान रेत के टीले हैं जिनकी आकृति अर्धचन्द्राकार होती है। वे अक्सर समूहों में पाए जाते हैं। भारत में, बरखान राजस्थान के रेगिस्तानी क्षेत्रों में पाए जाते हैं। बरखान ऐसे मरुस्थलों में पाए जाते हैं जहाँ हवा केवल एक ही दिशा में बहती है।
#SPJ3