बिरहा भुवंगम तन बसे,मंत्री ने लागे कोई। राम बियोगी ना जिवै,जिवै तो बौरा होइ।। निंदक नेड़ा राखिये, आंगणि कुटी बंधाइ। बिन साबण पांणी बिना,निरमल करै सुभाइ।। 1) निंदक हमारे स्वभाव को ----कर देते हैं। *
1 point
मलिन
स्वच्छ
निर्मल
अस्वच्छ
Answers
Answered by
0
अस्वच्छ कर देता है क्योंकि निंदा वहीं करता है जिसका स्वभाव अस्वच्छ होता है
Similar questions