(ब) श्रम की प्रतिष्ठा' निबंध से क्या प्रेरणा मिलती है?
Answers
Answered by
6
Explanation:
श्रम न करने से ही जीवन नर्क बनता है और कर्म करने से स्वर्ग । ईमानदारी से श्रम करने से मानव फरिश्ता कहलाता है और श्रम न करने से शैतान । जैसा कि, कहा भी गया है खाली दिमाग शैतान का घर होता है । श्रम दो प्रकार का होता है – शारीरिक तथा मानसिक ।
Answered by
10
Answer:
श्रम करने वाला व्यक्ति कभी भी हारता नहीं है । ... श्रम प्रत्येक मनुष्य जाति तथा राष्ट्र की उन्नति के लिए अनिवार्य है । मनुष्य जितना श्रम करता है उतनी ही उन्नति कर लेता है ।
Similar questions