बेटियों के प्रति लोगों की परंपरागत व संकुचित मानसिकता को बदलने हेतु 'घर का गहनाः बेटी' विषय पर 25-50
शब्दों में एक विज्ञापन तैयार कीजिए।
अथवl
Answers
Answer:
मनुष्य जाति को यह महसूस करने की जरुरत है की एक बेटी में भी वही गुण है जो बेटे में है। फर्क परवरिश एवं दृष्टिकोण का है । लड़कियों को परिवार ,समाज और देश की शक्ति बनाने की आवश्यकता है ।बेटियां समाज में नित नए मुकाम हासिल कर रही है ।बेटियों की समृद्धि व खुशहाली में ही समाज का भविष्य टिका हुआ है । उक्त बातें पूर्णिया जिला मुख्यालय स्थित कला भवन में भारत सरकार की योजना बेटी बचाओ बेटी बढ़ाओ को बढ़ावा देने के उदेश्य से बाबा बैद्यनाथ चौघारा ट्रस्ट द्वारा रचित नाटक ” दुनियां में बेटी पहाड़ काहे भेलइ “के मंचन के अवसर पर लोहिया यूथ ब्रिगेड के प्रदेश संयोजक डॉ अमन कुमार ने कही ।
राजस्थान में बेटियों के जन्म के बाद परिवार उस मासूम को बोझ समझने लगता है, कई बार तो ऐसा होता है बेटियों को कोख में मार दिया जाता है. लेकिन बेटी बचाओ बेटी पढाओं के बाद राजस्थान के कई जिलों की तस्वीर बदलने लगी है. अब राजस्थान को ये समझ आने लगा है कि बेटियां परिवार के लिए बोझ नहीं, बल्कि परिवार की लक्ष्मी हैं. इसलिए लगातार तीसरे साल राजस्थान को बेस्ट अवॉर्ड के लिए चुना गया है. केंद्र सरकार की ओर से 7 अगस्त को राजस्थान को पुरस्कृत किया जाएगा.
राजस्थान में बेटियों के जन्म के बाद परिवार उस मासूम को बोझ समझने लगता है, कई बार तो ऐसा होता है बेटियों को कोख में मार दिया जाता है. लेकिन बेटी बचाओ बेटी पढाओं के बाद राजस्थान के कई जिलों की तस्वीर बदलने लगी है. अब राजस्थान को ये समझ आने लगा है कि बेटियां परिवार के लिए बोझ नहीं, बल्कि परिवार की लक्ष्मी हैं. इसलिए लगातार तीसरे साल राजस्थान को बेस्ट अवॉर्ड के लिए चुना गया है. केंद्र सरकार की ओर से 7 अगस्त को राजस्थान को पुरस्कृत किया जाएगा.Advertising
इस अभियान का असर नागौर और जोधपुर में देखा गया, जिसके बाद में इन दोनों को भी राष्ट्रीय पुरस्कार के लिए चुना गया है. नागौर में 2011 में जहां लिंगानुपात 897 था, वहीं अब 1000 पुरूषों पर बढ़कर 971 तक पहुंच गया है. वहीं जोधपुर की बात करे 2011 में लिंगानुपात 891 में था, वहीं अब 1 हजार पुरूषों पर बढ़कर 954 तक पहुंच गया है. इसलिए इन दोनों जिलों को राष्ट्रीय पुरस्कार के लिए चुना गया है. इनके अलावा दूसरे जिलों में लिंगानुपात में बहुत सुधार हुआ है.