ब. तबला किस प्रकार बजाया जाता है?
Answers
Explanation:
To learn how to play tabla, start by sitting cross legged with the smaller drum on your right and the larger drum on your left. Next, place your middle, ring, and little fingers of your right hand on the smaller drum, or the dayan. Lift your hand a few inches and strike the drum at the center with these 3 fingers.
तबले के बोल संपादित करें
चित्र:Tabla drums demo.webmPlay media
तबला वादन का एक उदाहरण।
तबले के बोलों को "शब्द", "अक्षर" या "वर्ण" भी कहते हैं। ये बोल परंपरागत रूप से लिखे नहीं बल्कि गुरु-शिष्य परम्परा में मौखिक रूप से सीखे सिखाये जाते रहे हैं। इसीलिए इनके नामों में कुछ विविधता देखने को मिलती है। अलग-अलग क्षेत्र और घराने के वादन में भी बोलों का अंतर आता है। एक ही बोल को बजाने के कई तरीकों का प्रचलन भी मिलता है। एक विवरण के अनुसार तबले के मूल बोलों की संख्या पंद्रह है जिनमें से ग्यारह दायें पर बजाये जाते हैं और चार बायें पर।[31] नीचे डेविड कर्टनी लिखित "फंडामेंटल्स ऑफ़ तबला" और बालकृष्ण गर्ग लिखित बोलों का एक संक्षिप्त और सामान्यीकृत विवरण प्रस्तुत किया गया है[31]:
दाहिने के बोल
ता/ना - किनारा पर तर्जनी (पहली) उउंगली से, ठोकर के बाद उंगली तुरंत उठ जाती है।
ती - मैदान में तर्जनी से ठोकर, उंगली तुरंत उठ जाती है।
तिन् - सियाही पर तर्जनी से ठोकर, उंगली तुरंत उठ जाती है।
ते - तर्जनी अतिरिक्त बाकी तीन उंगलियाँ (या केवल मध्यमा) से सियाही पर, गुंजन नहीं।
टे - तर्जनी अँगुरी से सियाही पर, गुंजन नहीं।
तिट - दोहरे ठोकर का बोल, ते और टे का सामूहिक रूप (अन्य उच्चारण तिर)।
बायाँ के बोल
धा/धे - पहिली (या दूसरी) उंगली से बीच में ठोकर, मणिबंध (कलाई का पिछला हिस्सा) "मैदान" में रखा रहता है।
क/के/गे - पूरी हथेली खुली सपाट रख दी जाती है, गुंजन नहीं।
घिस्सा - बीच में ठोकर के हथेली का पिछला हिस्सा बीच की ओर सरकाया जाता है, जिससे से गुंजन धीरे-धीरे क्रमिक रूप से बंद होता है।