बुंदेला की काव्यगत विशेषताएं long answer
Answers
Answer:
संतोष सिंह बुंदेला जी बुंदेली काव्य के आधुनिक काल के कवि थे, और इस काल के कवि समकालीन समाज, संस्कृति और राजनीति के प्रति जागरुक थे। यही विशेषताएं संतोष सिंह बुंदेला की भी थी, उन्होंने मुख्य्तः स्त्रियों और बेटियों के लिए अपनी रचनाएँ लिखी थी।
संतोष सिंह बुंदेला जी की कुछ प्रमुख रचनाएँ नीचे दी गयी है-दुखिया-दीन गमइयाँ
बापू अबै न आए!
गौरीबाई
बिटिया
लमटेरा की तान
Personal Informationसंतोष सिंह बुंदेला आधुनिक काल के कवि थे और इस काल के कवि समकालीन कवियों से बिल्कुल भिन्न थे। इस काल के कवि आशावादी थे और भविष्य के नए सपनो को अपनी रचनाओं में दर्शाते थे।
संतोष सिंह बुंदेला जी की रचनाओं में आधुनिक युग की पूरी झलकियाँ दिखती थी। संतोष सिंह बुंदेला की काव्यगत विशेषताएं निम्न है-
संतोष सिंह बुंदेला जी एक प्रगतिवादी कवि थे।
आधुनिक चेतना के बुन्देली में लिखने वाले कवि
संतोष सिंह बुंदेला जी खड़ी भाषा में रचनाऐं लिखते थे।
संतोष सिंह बुंदेला जी बुंदेली काव्य के दिग्गज रचनाकार थे।
संतोष सिंह बुंदेला जी बेटी और उसके प्रेम को अपनी रचनाओं के द्वारा खड़ी भाषा में व्यक्त करते थे।