History, asked by rankishan998, 6 months ago

बौद्ध धर्म के सन्दर्भ में निम्नलिखित कथनों का सावधानी पूर्वक अध्ययन कीजिए :
बुद्ध के जीवन काल में और सकी मृत्यु के बाद भी बौद्ध धर्म तेजी से फैला|
बौद्ध धर्म ने आचरण और मूल्यों को अधिक महत्व नहीं दिया।
जो लोग समकालीन धार्मिक प्रथाओं से असंतुष्ट थे ऐसे बहुत से लोगों से बौद्ध धर्म ने आग्रह किया
बौद्धधर्म ने जन्म के आधार पर श्रेष्ठता को अधिक महत्व दिया।​

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Answered by BharatMandloi
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Answer:

बौद्ध धर्म भारत की श्रमण परम्परा से निकला ज्ञान धर्म और दर्शन है। ईसा पूर्व 6 वीं शताब्दी में महात्मा बुद्ध द्वारा बौद्ध धर्म की स्थापना की गयी। महात्मा बुद्ध का जन्म 563 ईसा पूर्व में लुंबिनी (वर्तमान नेपाल में) में हुआ, उन्हें बोध गया में ज्ञान की प्राप्ति हुई, जिसके बाद सारनाथ में प्रथम उपदेश दिया, और उनका महापरिनिर्वाण 483 ईसा पूर्व कुशीनगर,भारत में हुआ था। उनके महापरिनिर्वाण के अगले पाँच शताब्दियों में, बौद्ध धर्म पूरे भारतीय उपमहाद्वीप में फैला और अगले दो हजार वर्षों में मध्य, पूर्वी और दक्षिण-पूर्वी एशिया में भी फैल गया।

बौद्ध धर्म में तीन प्रमुख सम्प्रदाय हैं:— हीनयान (थेरवाद), महायान (उपशाखा: वज्रयान) और नवयान, परन्तु सभी बौद्ध सम्प्रदाय बुद्ध के सिद्धान्त ही मानते है। ईसाई धर्म के बाद बौद्ध धर्म दुनिया का दुसरा सबसे बड़ा धर्म हैं, दुनिया के करीब २ अरब (२९%) लोग बौद्ध धर्म के अनुयायी हैं। किंतु, अमेरिका के प्यु रिसर्च के अनुसार, विश्व में लगभग ५४ करोड़ लोग बौद्ध धर्म के अनुयायी है, जो दुनिया की आबादी का 7% हिस्सा है। प्यु रिसर्च ने चीन, जापान व वियतनाम देशों के बौद्धों की संख्या बहुत ही कम बताई हैं, हालांकि यह देश सर्वाधिक बौद्ध आबादी वाले शीर्ष के तीन देश हैं। दुनिया के 200 से अधिक देशों में बौद्ध अनुयायी हैं। किन्तु चीन, जापान, वियतनाम, थाईलैण्ड, म्यान्मार, भूटान, श्रीलंका, कम्बोडिया, मंगोलिया, लाओस, सिंगापुर, दक्षिण कोरिया एवं उत्तर कोरिया समेत कुल 13 देशों में बौद्ध धर्म 'प्रमुख धर्म' है। भारत, नेपाल, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, इंडोनेशिया, रूस, ब्रुनेई, मलेशिया आदि देशों में भी करोडों बौद्ध अनुयायी हैं।

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