बादल बारिश और मेरी कागज़ की नाव essay in hindi
Answers
Answer:
Explanation:
कोई फर्क नहीं पड़ता कि मौसम क्या हो सकता है, बारिश का दिन भी बहुत राहत और आराम देता है और हमारी आत्मा को शांत करता है। बरसात के दिनों का आनंद लेने के लिए कोई आयु सीमा नहीं है। लगभग हर उम्र के लोग समान रूप से इसका आनंद लेते हैं। इस प्रकार, कई कारणों से बारिश के दिन बहुत महत्वपूर्ण होते हैं।
बरसात के दिन किसी भी अन्य दिन से अलग होते हैं। वे सभी के लिए अलग-अलग महत्व रखते हैं। लोगों के पास वर्षा ऋतु के आने का बेसब्री से इंतज़ार करने के अलग-अलग कारण होते हैं। आखिरकार, यह सभी के लिए एक राहत की सांस लाता है।
Answer:
मैं कागज की नाव,
ढूंढती फिर रही बारिश का पानी।।
वो बचपन की हँसी
Explanation:
वो बच्चों की कहानी।।
वो पन्नो को मोड़ कर
आपस मे उन्हें जोड़कर
मैं होती थी तैयार
रहती बिन पतवार।।
चलती ऐसे इठला कर,
जैसे चिड़िया उड़े पंख पसार।
हिचकोले खा कर आगे बढ़ती,
जैसे कर रही दरिया पार।।
खुश मैं भी हो जाती थी,
मुझमें भी आ जाती थी रवानी।।
अब न है वो बारिश का पानी
न बची अब मेरी कहानी।।
मैं कागज की नाव,
ढूंढती फिर रही बारिश का पानी।।
वो बचपन की हँसी,
वो बच्चों की कहानी।।
-मानवेन्द्र सिंह
- हमें विश्वास है कि हमारे पाठक स्वरचित रचनाएं ही इस कॉलम के तहत प्रकाशित होने के लिए भेजते हैं। हमारे इस सम्मानित पाठक का भी दावा है कि यह रचना स्वरचित है।
आपकी रचनात्मकता को अमर उजाला काव्य देगा नया मुक़ाम, रचना भेजने के लिए यहां क्लिक करें।