बादल को घिरते देखा है
तुंग-हिमालय के कंधे पर
1 छोटी-बड़ी कई झीलें हैं viseshtayen
Answers
Answer:
मैंने तो भीषण जाड़ों में
नम-चुंबी कैलाश शीर्ष पर,
महामेष को झंझानिल से
गरज-गरज भिड़ते देखा है।
बादल को घिरते देखा है।
काव्य सपष्ट कीजिए मैंने तो भीषण जाड़ों में
नम-चुंबी कैलाश शीर्ष पर,
महामेष को झंझानिल से
गरज-गरज भिड़ते देखा है।
बादल को घिरते देखा है।
काव्य सपष्ट कीजिए मैंने तो भीषण जाड़ों में
नम-चुंबी कैलाश शीर्ष पर,
महामेष को झंझानिल से
गरज-गरज भिड़ते देखा है।
बादल को घिरते देखा है।
काव्य सपष्ट कीजिए
मैंने तो भीषण जाड़ों में
नम-चुंबी कैलाश शीर्ष पर,
महामेष को झंझानिल से
गरज-गरज भिड़ते देखा है।
बादल को घिरते देखा है।
काव्य सपष्ट कीजिए मैंने
तो भीषण जाड़ों में
नम-चुंबी कैलाश शीर्ष पर,
गरज-गरज भिड़ते देखा है।
बादल को घिरते देखा है।
काव्य सपष्ट कीजिए मैंने तो
भीषण जाड़ों में नम-चुंबी
कैलाश शीर्ष पर, महामेष को
झंझानिल से गरज-गरज
भिड़ते देखा है। बादल को
घिरते देखा है।