बाढ़ के सकारात्मक और नकारात्मक प्रभाव
Answers
Answer:
बाढ़ एक ऐसी प्राकृतिक आपदा है, जिसमें ज्यादा बारिश होने के चलते नदियों की क्षमता में सामान्य से अधिक बहाव देखने को मिलता है। इससे नदियों का जल किनारों से बाहर आकर मैदानी भागों में बहने लगता है।
बाढ़ के चलते किसानों की ज़मीन और मानव बस्तियों के डूबने से देश की अर्थव्यवस्था और समाज दोनों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। बाढ़ न सिर्फ फसलों को बर्बाद करती है बल्कि आधारभूत ढांचे मसलन सड़कें, रेल मार्गों, पुल और मानव बस्तियों को भी कॉफी नुकसान पहुँचाती है।
इसके अलावा बाढ़ग्रस्त इलाकों में कई तरह की बीमारियाँ मसलन कालरा, एंट्राइटिस यानी आंत्रशोथ, और हेपेटाईटिस फैल जाती हैं। विश्व बैंक की एक रिपोर्ट के मुताबिक़ दुनिया भर में बाढ़ से होने वाली मौतों में से 20 फीसदी भारत में ही होती है।
वैसे तो बाढ़ के नुकसान ज्यादा है लेकिन इसके कुछ फायदे भी हैं। बाढ़ के कारण हर साल खेतों में उपजाऊ मिट्टी जमा होती है जो खेती के लिहाज से काफी फ़ायदेमंद साबित होता है। साथ ही बाढ़ की वजह से जैव-विविधता पर भी आंशिक रूप से सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
please mark me as brainliest and follow me.