बाढ़ नियंत्रण के लिए उपाय बताएं।
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Answer:
clear the drainage system
don't waste Water
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दो प्रकार के उपाय अपना सकते है-
1. निरोधात्मक तथा, 2. राहत एवं बचाव कार्य।
Explanation:
बाढ़ एक प्राकृतिक आपदा भले ही है, लेकिन इस पर प्रभावपूर्ण तरीके से नियंत्रण करके इससे होने वाली क्षति को बहुत बड़ी सीमा तक कम किया जा सकता है। बाढ़-नियंत्रण हेतु दो प्रकार के उपाय अपना सकते है-
1. निरोधात्मक तथा, 2. राहत एवं बचाव कार्य।
निरोधात्मक उपायों का सम्बंध ऐसे दीर्घकालिक एवं स्थायी उपायों से है जिन्हें अपनाने से बाढ़ एवं जल का आप्लावन की स्थिति उत्पन्न न होने देने में सहायता मिल सकती है| इसके लिये नदियों, सहायक नदियों तथा नालों पर जगह-जगह पर चेक-डैम बनाकर जलाशयों का निर्माण किया जाना चाहिए जिससे वर्षा के पानी को नदियों के जलग्रहण क्षेत्रों में ही प्रभावपूर्ण ढंग से रोका जा सके और इसके कई लाभ होंगे,
जैसे-प्रथम- अत्यधिक वर्षा होने पर भी नदियों में पानी की मात्रा को नियंत्रित करके निचली धाराओं में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न होने से रोकी जा सकेगी।
दूसरा- जब नदियों के जलग्रहण क्षेत्रों में ही पानी के बहाव को नियंत्रित कर लिया जायेगा तो पानी के तीव्र बहाव के साथ होने वाला भू-क्षरण भी कम होगा।
तीसरा- नदियों द्वारा उपजाऊ भूमि के कटाव की समस्या स्वतः नियंत्रित एवं न्यूनतम हो जाएगी।
चोथा- जगह-जगह पर बनाए गए जलाशयों से उस क्षेत्र के भूमिगत जल स्रोतों की पुनरपूर्ति होती रहेगी, जिससे उस क्षेत्र के भूमिगत जल का स्तर नीचे नहीं जायेगा। इससे उन क्षेत्रों को बहुत अधिक लाभ पहुँचेगा, जहाँ भूमिगत जल स्रोतों का अतिदोहन किए जाने के परिणामस्वरूप जलस्तर में निरन्तर गिरावट आती जा रही है।
पाँचवा - इस प्रकार के कार्यों से रोजगार के नवीन अवसर सृजित होंगे। निर्माण कार्यों से लोगों को तत्काल प्रत्यक्ष रोजगार प्राप्त होगा। अप्रत्यक्ष रूप से जलाशयों में मत्स्य-पालन प्रारम्भ कर देने से रोजगार प्राप्त होगा तथा मत्स्य उत्पादन में भी वृद्धि होगी।