bachpan ke khelo par chinta jahir karte hue do mitro ke beech paragraph likho in hindi
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मेरे प्यारे मित्र मैं तुम्हें अपने बचपन की कुछ यादों से परिचित करवाना चाहता हूं जैसा कि हम बचपन में खेलकूद करते थे इससे हमारा स्वास्थ्य बना रहता था। लेकिन बचपन के खेल बहुत ही छोटी छोटी होती थी लेकिन अब हमारे जैसे कि खो-खो कबड्डी बैडमिंटन आदि खेल आ चुके हैं जिससे हमारा सबसे बड़ा अच्छा बना रहता है और हमारे खान-पान की व्यवस्था भी बिलकुल अच्छी की जाती है आप देख सकते हैं ऑनलाइन पढ़ाई कर रही है तो आप सभी बंधुओं को इससे परिचित करवाना चाहते हैं कि आप भी इसका यह करें और बच्चों को खेलें पढ़ाएं खुदा ना करें इनका करें या ना करें अपने घर में खानपान की व्यवस्था करें किसी चीज से हाथ लगाएं दूसरों से 2 मीटर की दूरी बनाते रहे तो उससे भी अच्छा रहता है हमारी अच्छी बनी रहती है तो आप ज्यादा अपने लिए व्यवस्थित करें क्योंकि आप काफी अच्छी बनी रहती है आपका खाना पचता है और आप दिन में दो बार अपने सारे कपड़े धोना है तो
आशा है कि यह उत्तर आपकी मदद करेगा
बचपन के खेलो पर चिंता जाहिर करते हुए दो मित्रों के बीच पैराग्राफ लिखो
विशाल हम बड़े हो गए पता नहीं चला समय कैसे बीत गया है| अब मुझे अपने बचपन के खेलों की बड़ी याद आती है| याद हम बचपन में कितने सारे खेल खेलते थे| तुम्हें वह दिन याद है जब रविवार का दिन होता था हम सुबह से शाम तक खेलते रहते थे| अब वह दिन याद आते है| हम क्रिकेट, आंख मिचौली , छुपन छुपाई , चोर पुलिस ,पिठू , गुली डंडा आदि खेल खेलते थे|
रोहन मुझे सब याद है | आज तुमने मुझे तुमने सब याद करवा दिया है| बचपन के दिन बहुत अच्छे थे| मिट्टी में खेल कर हम बड़े हुए | हम कभी भी बीमार नहीं होते थे| बारिश हो या धूप हम सब प्रकार के ल्हेल खेलते थे| सब के साथ खेलने में बहुत मज़ा आता था| सच्च बोलूँ तो मुझे आज की खेलों की चिंता होती है | आज के समय में बच्चे बाहर खेलना नहीं चाहते| बच्चे अपने घरों में मोबाइल और कंप्यूटर में गेम्स खेलते है|
आज के समय में सब कुछ बदल गया है| अब बच्चे घर के अंदर ही खेलते है| बच्चों का बचपन घर के अंदर होता है|
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लुप्त होते बचपन के खेलों पर चिंता जाहिर करते हुए दो मित्रों /सहेलियों के मध्य लगभग 60 शब्दों में एक संवाद लिखिए