badalne ki chamta hi buddhimatta ka map Hai 500 words essay in Hindi Albert Einstein
Answers
अगर हम किसी भी बुद्धिमान व्यक्ति की मिसाल लें तो हर महान व्यक्ति में एक बात जो सामान्यत: देखी जाती है, वह होती है उनके बदलावों को खुले दिल से अपनाने की क्षमता। बुद्धिमान व्यक्ति हमेशा ही यह सुनिश्चित करता है की वह जो भी करे वह उसके आने वाले कल के लिए हो और अपने आने वाले कल को सुधारने के लिए एक बुद्धिमान व्यक्ति किसी भी बदलाव को अपनाने से नहीं हिचकता।
सामान्य व्यक्ति अगर अपने जीवन में हो रहे बदलावों को अपनाए तो वह भी एक अच्छा और उच्च जीवन जी सकता है क्योंकि बदलाव ही खुशहाल जीवन का नीयम है।
Explanation:
बहुत से वैज्ञानिक भी ये मानते हैं कि इस दौर का इंसान अक़्लमंदी के शिखर पर है. इसे बुद्धिमत्ता का स्वर्ण युग कहा जा रहा है.
आज से सौ साल पहले आईक्यू टेस्ट यानी अक़्लमंदी मापने वाला टेस्ट ईजाद किया गया था. तब से पैदा हुई हर पीढ़ी ने इस टेस्ट में पिछली पीढ़ी के मुक़ाबले हमेशा बेहतर प्रदर्शन किया है. यानी 1919 के मुक़ाबले आज का औसत इंसान भी जीनियस है. वैज्ञानिक इसे फ़्लिन इफेक्ट कहते हैं.
हमें अक़्लमंदी के इस दौर का ख़ूब आनंद उठा लेना चाहिए. क्योंकि हालिया संकेत ये इशारा कर रहे हैं कि बुद्धिमत्ता का ये स्वर्ण युग ख़त्म होने वाला है. कुछ लोगों का दावा है कि इंसान बुद्धिमानी के शिखर पर पहुंच चुका है. अब उसकी अक़्ल का और विकास नहीं होगा.
क्या वाक़ई ऐसा है? क्या आज के दौर में मानवता बुद्धिमानी के शिखर पर पहुंच चुकी है? अगर, वाक़ई ऐसा है, तो फिर जब हमारी आने वाली पीढ़ियां धरती उतरेंगी, तो क्या वो कम बुद्धिमान होंगी? ऐसा हुआ तो क्या होगा?