Bade bhai sahab ke paksh and vipaksh mein likho according to ch bade bhai sahab class 10
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They are very swarthi and unko sirf apny say matlab hota hai
Answer:
बड़े भाई साहब नामक पात्र ‘मुंशी प्रेमचंद’ द्वारा लिखित “बड़े भाई साहब” कहानी का है।
यहां पर बड़े भाई साहब नामक के पात्र के चरित्र के पक्ष और विपक्ष में चर्चा करते हैं।
पक्ष..
लेखक और उसके बड़े भाई साहब अपने घर से दूर एक हॉस्टल में रहकर शिक्षा ग्रहण कर रहे थे। बड़े भाई साहब को अपने छोटे भाई की बड़ी ही चिंता रहती थी। वो अपने छोटे भाई पर हमेशा नजर रखते। उनके अनुसार अगर छोटे भाई में अनुशासनहीनता की कमी आ गई तो वह अपनी पढ़ाई के प्रति लापरवाह हो सकता है। इसलिये जब तब वो अपने छोटे भाई को डांटते रहते थे और ज्यादा खेलने-कूदने से मना करते और कहते कि पढ़ाई पर ज्यादा ध्यान दो। बड़े भाई की कठोरता का ही नतीजा था कि लेखक अपनी पढ़ाई पर अधिक ध्यान देने लगा और अपनी कक्षा में प्रथम आया। बड़े स्वयं बड़े अध्ययनशील थे और वो भी अपनी पढ़ाई पर मेहनत करने का प्रयत्न करते थे, पर उनके विचार से जिंदगी का वास्तविक अनुभव किसी भी किताबी ज्ञान से अधिक महत्वपूर्ण है। यही शिक्षा वो अपने छोटे भाई को देने का प्रयत्न करते।
विपक्ष...
बड़े भाई साहब यद्यपि अपने छोटे भाई को तो अपनी पढ़ाई पर ध्यान देने की हिदायत देते रहते थे पर वो स्वयं पढ़ाई में बेहद कमजोर थे। वो सार दर साल अपनी कक्षा में फेल होते रहते और धीरे -धीरे उनकी और उनके छोटे भाई की कक्षा के बीच अंतर कम होता जा रहा था जबकि वह अपने भाई से पांच साल बड़े थे। बड़े भाई साहब पढ़ने का तो बहुत प्रयत्न करते पर उनके समझ में कुछ नही आ पाता और वो बस रट्टा मार कर अपनी पढ़ाई करते थे। उनमें में लड़कपन सुलभ आदतें थीं और उनका मन भी मौज मस्ती करने का करता था। लेकिन वो अपने बड़ेपन के भाव में रहते थे। वो सोचते थे, वे जैसा करेंगे तो उनके भाई को वैसा करने की छूट मिल जायेगी। अतः वो अपनी मर्यादा के दिखावे में रहते थे।