Badminton ke rule hindi mey
Answers
खेल के शुरू में एक टॉस होता है जो ये तय करता है कि कौन सा खिलाड़ी सर्व करेगा या रिसीवर होगा.
एक खिलाडी या जोड़े खिलाडियों को मैच जीतने के लिए तीन में से दो खेलें जीतनी होती हैं.
खिलाड़ियों को अपने कोर्ट, मैच के दूसरे खेल की शुरुआत में बदलने होते हैं.
सर्वर और रिसीवर को बिना सर्विस लाइन छुए सर्विस कोर्ट में रहना होता है.
लेट कॉल होने पर रैली स्थगित कर दी जाती है, और पुनः खेला जाता है बग़ैर किसी स्कोर परिवर्तन के.
लेट कॉल किसी अप्रत्याशित रुकावट या परेशानी की वजह से होता है.
यदि रिसीवर तैयार न हो और सर्वर ने सर्व कर दिया हो, तो भी लेट कॉल हो सकता है.
फाल्टस (Fault in badminton)
Answer:
Badminton Rules and Regulations in hindi उन्नीसवीं सदी में उरेशिया “बैटलडोर” और “शटलकॉक” के नाम की वस्तुओं से एक खेल सदियों पहले खेला जाता रहा, जो कालांतर में उन्नीसवीं सदी के दरमियान एक नये रूप के साथ सामने आया और “बैडमिंटन” के नाम से मशहूर हुआ. इसका ठोस उद्भव अभी भी अस्पष्ट है, माना जाता रहा है कि ‘रैकेट’ ‘बैटलडोर’ का ही संशोधित रूप है, जिसका प्रयोग बैडमिंटन खेलने में होता है. आज एक लम्बे सफ़र के बाद बैडमिंटन एक ऐसा खेल बन गया है, जिसे ओलिंपिक में खेला जा रहा है. एशिया के कई देशों में ये खेल बड़े ही जोशो-जूनून के साथ खेला जा रहा है, जिसमे चाइना, भारत, श्रीलंका आदि मुख्य रूप से नज़र आते हैं. कई लोग इस खेल में अपना भविष्य ढूंढते हैं और अपने अथक परिश्रम के साथ अपनी एक पहचान बनाते हैं. कुछ विश्वस्तरीय खिलाड़ियों में दान लीं (चीन ), साइमन संतोसो (इंडोनेशिया), तौफीक हिदायत (इंडोनेशिया), पी.वी संधू (भारत), साईना नेहवाल (भारत), पी गोपीचंद (भारत) आदि के नाम बड़े ही एहतराम के साथ लिया जाता है. इन शख्सियतों से मुतासिर नौजवान अपने में भी बैडमिंटन के गुण ढूंढते नज़र आते है.