bahul Bhumika aur Bhumika Punj Mein Antar bataiye?
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बहुल भूमिका और भूमिका पुंज में अंतर :—
बहुल भूमिका और भूमिका पुंज समाजशास्त्र से जुड़े हुये टर्म हैं।
बहुल पुंज की परिभाषा के अनुसार जब किसी व्यक्ति की सभी प्रस्थितियों से जुड़ी हुई भूमिकाएं जब सीधे तौर पर उस व्यक्ति से जुड़ जाती हैं, तो ऐसी स्थिति को बहुल भूमिका कहा जाता है।
भूमिका पुंज की परिभाषा के अनुसार व्यक्ति की अनेक भूमिकाएं होती हैं और यह सारी भूमिकाएं आपस में में एकीकृत होकर एक समुच्चय का निर्माण करती है। इस समुच्चय को प्रस्थिति कहते हैं। उस प्रस्थिति से जुड़ी इन भूमिकाओं को भूमिका पुंज कहा जाता है।
उदाहरण के लिये यदि एक शिक्षक को लें तो शिक्षक एक प्रस्थिति है और शिक्षक से जुड़ी कुछ भूमिकाएं होती हैं। जैसे छात्रों को पढ़ाना, अपने शिक्षा संबंधी कार्यों को कार्यों को करना, छात्रों की परीक्षा लेना, उत्तर पुस्तिकाओं की जांच करना, विद्यालय से संबंधित अन्य शिक्षण क्रियाओं का संपादन करना आदि। इसलिए यह सारी क्रियायें शिक्षक की प्रस्थिति से जुड़ी हुई भूमिका है, और यह भूमिका पुंज कहलाती है।
साधारण अर्थों में बहुल भूमिका और भूमिका पुंज में यह अंतर है बहुल भूमिका में किसी प्रस्थिति से जुड़ी हुई भूमिकाएं जब सीधे व्यक्ति से संबंधित हो जाती हैं तो वह व्यक्ति की बहुल भूमिका कहलाती हैं। जबकि भूमिका पुंज उसकी प्रस्थिति से जुड़ी हुई भूमिकाओं के समूह को कहते हैं।
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