Hindi, asked by sureshk27382, 1 month ago

ban ki Kaisi Dasha Ho Gaye Analyवन उपवन की कैसी दशा हो गई

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Answered by pp197982gmailcom
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Answer:

please mark me as brainliest i am crying

Answered by nimeshbhaskar2005
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Explanation:

कविता में 'सुमन' और 'उपवन' किन्हे कहा गया है?

उत्तर: कविता में सुमन को मनुष्य और उपवन को संसार कहा गया है।

(ख) फूलों की कलियाँ किससे खिलती है?

उत्तर: फूलों की कलियांँ सूरज की किरणों से खेलती है।

(ग) भ्रमरो के गुंजन कैसे लगते हैं?

उत्तर: भ्रमरो के गुंजन मीठे लगते हैं।

(घ) कवि के अनुसार हमारा माली कौन है?

उत्तर: कवि के अनुसार हमारा माली भगवान है।

(ङ) चांँदनी किसको नहलाती है?

उत्तर: चांँदनी हम सब मनुष्य को नहलाती है।

2. उत्तर लिखो:

(क) कवि ने उपवन के फूलों को किन कारणों से समान कहा है?

उत्तर: कवि ने उपवन के फूलों को अनेक कारणों से सामान कहा है जैसे- एक बगीचे में विभिन्न प्रकार के फूलों और भिन्न भिन्न प्रकार के रंग बिरंगे फूल होने के बावजूद भी वे एक साथ मिलकर सभी के लिए सुगंध बिखेरती है। फूल कभी धनी निर्धन के साथ कोई भेदभाव नहीं करता। बगीचे के फूल अनेक रूप होकर भी एक दूसरे का सम्मान कर बड़े प्यार से रहते हैं। अत: फूलों की एकता ही उपवन की शक्ति है।

(ख) कई रंगों के फूल उपवन की शोभा बढ़ाते हैं। उसी प्रकार भिन्न जाति- उपजातियों के लोग देश की शोभा कैसे बढ़ाते हैं?

उत्तर: कई रंगों के फूल उपवन की शोभा बढ़ाते हैं। ठीक उसी प्रकार भिन्न जाति उप जातियों के लोग देश की शोभा बढ़ाते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि भले ही उनकी भाषाएंँ अलग हो, उनकी संस्कृति अलग हो, या उनकी पोशाकों में अंतर हो या फिर धर्म ही क्यों न अलग हो वह सब एक दूसरे का साथ निभाते हैं। एक दूसरे का सम्मान कर बड़े प्यार से देश देशहित के लिए अपना योगदान देकर देश की शोभा बढ़ाते हैं।

(ग) प्रस्तुत कविता से हमें क्या सीख मिलती है?

उत्तर: इस कविता से हमें यह शिक्षा मिलती है कि चाहे हमारे रंग रूप या भाषाएंँ अनेक हो हमें एक साथ मिलकर रहना है। धनी दुखियों का फर्क न कर एक दूसरे का साथ देकर देश को प्रगति की राह पर आगे बढ़ाना है।

3."संसार एक उपवन है और हम उनके फूल हैं।" इस संदर्भ में अपना राय प्रस्तुत करो।

उत्तर: इस वाक्य में संसार को उपवन के साथ तुलना किया गया है और मनुष्य को फूल के साथ। जिस प्रकार उपवन में तरह-तरह के फूल और भिन्न-भिन्न प्रकार के रंग बिरंगे फूल पाए जाते हैं ठीक उसी प्रकार संसार में भी अनेक प्रकार के जाति उप-जातियों के लोग तथा भिन्न-भिन्न प्रकार के भाषा वासी रहते हैं। जिस प्रकार बगीचे की शोभा फूलों द्वारा होती है और उनकी देखभाल माली करता है। उसी प्रकार संसार की शोभा लोगों द्वारा होती हैं और भगवान उसकी देखभाल करता है।

4. प्रस्तुत कविता में कुछ शब्दों की पुनरुक्ति हुई है। आओ, इनसे वाक्य बनाएंँ:

उत्तर:

(i)अलग-अलग:- राजू और शाम के लिए उनके पिताजी ने अलग-अलग कमरा बनवाया है।

(ii) रंग-रंग:-हमारे भारत देश में रंग-रंग के रंग रूपी लोग पाए जाते हैं।

(iii) क्यारी-क्यारी:-फूलों के बगीचों में क्यारी-क्यारी करके फूलों को लगाया जाता है।

(iv) झूल-झूल:- झूले में झूल-झूल कर खेलने में बहुत मजा आता है।

5. निम्नलिखित शब्दों को शब्द-कोश के क्रम से सजाओ:

(क) सुमन, उपवन, धरती, घूप

= उपवन, धूप, धरती, सुमन

(ख) खींचना, पवन, किरण, डर

= किरण, खींचना, डर, पवन

(ग) गगन, गुंँजन, शोभा

= गगन, गुंँजन, शोभा

6. नीचे दिए गए शब्दों के दो दो पर्यायवाची शब्द लिखो:

धरती, सूरज, चांँद और उपवन

उत्तर:

धरती:- धरा, पृथ्वी

सूरज:-सूर्य, दिवाकर

चांँद:-चंद्रमा,रजनी

उपवन:-बाग, बगीचा

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