bargad ke ped Ki Atmakatha in Hindi
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Bargad ke ped ki Athmakhatha
बरगद का वृक्ष भारत का राष्ट्रीय वृक्ष है। बरगद के पेड़ को सन 1950 में भारत का राष्ट्रीय वृक्ष घोषित किया गया। वैसे तो हमारे जीवन में हर एक वृक्ष का बहुत अधिक महत्व है। उसी तरह बरगद का वृक्ष में हमारे लिए महत्वपूर्ण है।
हिंदू धर्म के अनुसार ऐसा माना जाता है। कि बरगद के वृक्ष में देवी देवताओं का वास होता है।इस वजह से इस वृक्ष को पवित्र माना जाता है। बरगद के वृक्ष की जडे़ इसकी शाखाओं से निकलकर नीचे की ओर लटकी रहती हैं। और जमीन में नीचे धस जाती हैं।
इन्हीं जड़ों के कारण बरगद का वृक्ष विशाल एवं भव्य दिखाई देता है। बरगद के वृक्ष की शाखाओं से निकलने वाली जड़े जीवन पर्यंत वृद्धि करती हैं। जो कि शाखाओं को सहारा देने एवं उन्हें बढ़ने में मदद करती हैं।बरगद के पेड़ का जीवनकाल हजारों साल होता है। बरगद के पेड़ की पत्तियों का आकार अंडाकार होता है। यह पत्तियां पूरे वृक्ष को ढके रहती हैं। बरगद के पेड़ पर लाल रंग के फल लगते हैं।
बरगद के पेड़ का जीवनकाल हजारों साल होता है। बरगद के पेड़ की पत्तियों का आकार अंडाकार होता है। यह पत्तियां पूरे वृक्ष को ढके रहती हैं। बरगद के पेड़ पर लाल रंग के फल लगते हैं।जिनका उपयोग औषधि के रूप में भी किया जाता है। साथ ही यह फल मीठे होते हैं। जिन्हें पक्षी भी खाते हैं। प्राचीन काल में ऋषि मुनि इसी वृक्ष के नीचे शिक्षा देते थे। क्योंकि बरगद का वृक्ष विशाल एवं भव्य होता है।
बरगद के पेड़ का जीवनकाल हजारों साल होता है। बरगद के पेड़ की पत्तियों का आकार अंडाकार होता है। यह पत्तियां पूरे वृक्ष को ढके रहती हैं। बरगद के पेड़ पर लाल रंग के फल लगते हैं।जिनका उपयोग औषधि के रूप में भी किया जाता है। साथ ही यह फल मीठे होते हैं। जिन्हें पक्षी भी खाते हैं। प्राचीन काल में ऋषि मुनि इसी वृक्ष के नीचे शिक्षा देते थे। क्योंकि बरगद का वृक्ष विशाल एवं भव्य होता है। जिससे उसकी छांव में बच्चे बैठ सकें | बरगद का पेड़ भारत के अधिकतर क्षेत्रों में देखने को मिलता है। बरगद का पेड़ सामान्यता बड़े वृक्षों में से एक है।
बरगद का पेड़ भारत के अधिकतर क्षेत्रों में देखने को मिलता है। बरगद का पेड़ सामान्यता बड़े वृक्षों में से एक है। इस पेड़ की सामान्यता लंबाई 10 से 25 मीटर तक होती है। इस पेड़ का तना भूरा एवं चिकना होता है। बरगद के पेड़ की जड़ है। बहुत मजबूत होती हैं। यह कंक्रीट एवं चट्टानों में भी धस जाती हैं।
दुनिया का सबसे बड़ा द बनियान ट्री भारत के कोलकाता में मौजूद हैं। यह बनियान ट्री कोलकाता के आचार्य जगदीश चंद्र बोस बॉटनिकल गार्डन में मौजूद है। यह वृक्ष 14.4 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है। जोकि देखने पर एक जंगल के समान प्रतीत होता है।