bas ki yatara ncert solution class 8 hindi
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कविता “भूल गया है क्यों इनसान” हमें क्या शिक्षा देती है ?
पेड़ हमें बहुत कुछ देते हैं I पेड़ों के प्रति हमारा क्या उत्तरदायि
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Text :- उत्तर : लेखक के मन में बस कंपनी के हिस्सेदार साहब के लिए श्रद्धा इसलिए जाग गई कि वह टायर की स्थिति से परिचित होने के बावजूद भी बस को चलाने का साहस जुटा रहा था । कंपनी का हिस्सेदार अपनी पुरानी बस की खूब तारीफ कर रहा था । अर्थ मोह की वजह से आत्म बलिदान की ऐसी भावना दुर्लभ थी जिसे देखकर लेखक हतप्रभ हो गया और उसके प्रति उनके मन में श्रद्धा भाव उमड़ता है । उत्तर 2 : लोगों ने लेखक को यह सलाह इसलिए दी क्योंकि वे जानते थे की बस की हालत बहुत खराब है बस का कोई भरोसा नहीं है कि यह कब और कहाँ रूक जाए , शाम बीतते ही रात हो जाती है और रात रास्ते में कहाँ बितानी पड़ जाए , कुछ पता नहीं रहता । उनके अनुसार यह बस डाकिन की तरह है । उत्तर : जब बस चालक ने इंजन स्टार्ट किया तब सारी बस झनझनाने लगी । लेखक को ऐसा प्रतीत हुआ कि पूरी बस ही इंजन है । मानो वह बस के भीतर न बैठकर इंजन के भीतर बैठा हुआ हो । अर्थात् इंजन के स्टार्ट होने पर इंजन के पुर्जी की भांति बस के यात्री हिल रहे थे । उत्तर : बस की वर्तमान स्थिति देखते हुए इस प्रकार का आश्चर्य व्यक्त करना स्वाभाविक था । देखने लग नहीं रहा था कि बस चलती भी होगी परन्तु जब लेखक ने बस के हिस्सेदार से पूछा तो उसने कहा चलेगी ही नहीं , अपने आप चलेगी । उत्तर : बस की जर्जर अवस्था से लेखक को ऐसा महसूस हो रहा था कि बस की स्टीयरिंग कहीं भी टूट सकती है तथा ब्रेक फेल हो सकता है । ऐसे में लेखक को डर लग रहा था कि कहीं उसकी बस किसी पेड़ से टकरा न जाए । एक पेड़ निकल जाने पर वह दूसरे पेड़ का इंतज़ार करता था कि बस कहीं इस पेन से न टकरा जाए । यही वजह है कि लेखक को हर पेड़ अपना दुश्मन लग रहा था पाठ से आगे : उत्तरा : ' सविनय अवज्ञा आंदोलन ' महात्मा गाँधी के नेतृत्व में १ ९ ३० में अंग्रेजी सरकार से असहयोग करने तथा पूर्ण स्वाधीनता प्राप्त करने के लिए किया गया था । उत्तर 2 : ' सविनय अवज्ञा आंदोलन ' १ ९ ३० में में सरकारी आदेशों का पालन न करने के लिए किया था । इसमें अंग्रेजी सरकार के साथ सहयोग न करने की भावना थी ।
लेखक ने ' सविनय अवज्ञा का उपयोग बस के सन्दर्भ में किया है वह इस प्रतीकात्मक भाषा के माध्यम से यह बताना चाह रहा है कि बस विनय पूर्वक अपने मालिक व यात्रियों से उसे करने का अनुरोध कर रही है । भाषा की बात उत्तरा : वश - आज - कल के बच्चों को समझाना सबके वश की बात नहीं वश - भगवान की करनी मनुष्य के वश में नहीं । बस - बस करो , कितना खाओगे ? बस - बस करो , इतना काफी है । उत्तर 2 : कारक शब्द से निर्मित वाक्य - यह समझ में नहीं आता कि सीट पर हम बैठे हैं या सीट हम पर बैठी है । २ नई नवेली बर्सा से ज्यादा विश्वसनीय है ३ यह बस पूजा के योग्य थी ४ बस कंपनी के एक हिस्सेदार भी उसी बस में जा रहे थे । उत्तर : टहलना - दादाजी को टहलना अच्छा लगता है । चलना - चलना सेहत के लिए बहुत लाभदायक है । उत्तर : ( क ) जल - मीना गरम जल से बुरी तरह जल गई । ( ख ) हार - यह प्रतियोगिता के इस पड़ाव में जिसकी जीत होगी उसे मोतियों का हार मिलेगा और जिसकी हार होगी वह प्रतियोगिता के बाहर हो जाएगा । उत्तर : संख्यावाचक विशेषण - चार , आठ , दस गुणवाचक विशेषण - चाँदनीरात , समझदार आदमी
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