World Languages, asked by ridhammutneja, 10 months ago

बच्चों के कपड़ों पर भारी छूट के लिए विज्ञापन इन हिंदी​

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Answered by Srishtisingh02
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गांधी जयंती से खादी ग्रामोद्योग के रेशम के वस्त्रों में भी मिली 30 फीसदी छूट के खादी आश्रम के प्रबंधकों के हौसले बढ़े हैं। इसके अलावा विभाग रेशम, कोसा व मूंगा के अलावा खादी के रेडीमेड कपड़ों के माध्यम से ग्राहकों पर पकड़ मजबूत करने मे लगा है। 2 अक्टूबर से मिल रही छूट के चलते खादी की दुकानों पर ग्राहकों की भीड़ बढ़ी है। फैंसी कपड़ों के चलते वर्ततान समय में खादी की ओर बुजुर्गाें के अलावा युवा वर्ग के लोगों का भी रुझान बढ़ा है। गांधी आश्रम शंकर बाजार कर्वी के प्रभारी ने बताया कि बांदा डिवीजन में नौ करोड़ की सेल हुई है। उनके यहां बिक्री बांदा डिवीजन में पहली पोजीशन पर रही है। इस बार विभाग की ओर से रेशम, कोसा, मूंगा आदि सभी कपड़ों में तीस फीसदी का छूट मिल रही है। इस बार बिक्री बढ़ने की उम्मीद जताई जा रही है, आज कल केे युवा खादी के पैट शर्ट पहनना पसंद करते हैं। रेशम (मटका) 590 रुपये प्रति मीटर, कोसा 410 रुपये प्रति मीटर की दर से बिक रही है। इसके अलावा मूंगा पांच सौ रुपये प्रति मीटर मोटा खद्दर 75 रुपये प्रति मीटर की दर से मिल रही है। उन्होंने बताया कि उनके यहां रजाई के खोल, कुशन व तकिए, बैग, गमछा उपलब्ध है। शहर में दूसरे खादी ग्रामोद्योग भवन की दुकान चकरेही चौराहे से कसहाई रोड स्थित मंडी की दुकानों में स्थानांतरित हो चुकी है। उसके प्रबंधक ज्ञान सिंह यादव ने बताया कि अप्रैल में शिफ्ट हुई दुकान को अब उन्होंने व्यवस्थित कर लिया है अब बिक्री भी होने लगी है। उनके यहां पांच सौ रुपये प्रति मीटर से एक हजार रु पये प्रति मीटर तक के रेशम के कपड़े हैं। अब उन्हाेंने रेशम सिल्क की कढ़ाई के कामों की साड़ियां भी रखी है जो दो हजार से तीन हजार तक की रेंज में मौजूद हैं। कटिया रेशम एक हजार रुपये मीटर, टशर 720 रुपये मीटर और मटका 435 रुपये मीटर मौजूद है। सभी को लुभाने के लिए खद्दर के बने रेडिमेड शर्ट व कुर्ता व पाजामा बिकने के लिए मंगाए है। उन्होंने बताया कि शर्ट की कीमत दो सौ रुपये से तीन सौ रुपये के लगभग है। इसके अलावा कुर्ता पाजामा भी चार सौ रुपये से पांच सौ रुपये तक मे मिल रहे हैं जो छूट के बाद लगभग तीन सौ से साढ़े तीन सौ रु

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