India Languages, asked by vijaykumarnagmani, 2 months ago

बच्चों को वर्ण-अक्षर ज्ञान करवाने से पहले प्रिंट से परिचय कराने का बहुत-सा काम करवाया जाना चाहिए और बच्चों को अपनी मनमर्ज़ी से ‘लिखने’ के मौके देने चाहिए ? आप इससे सहमत हैं या असहमत है । कारण सहित अपने​

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Answered by kumarshanurajshanura
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Answer:

iii.निम्नलिखित गद्यांश पढ़िए। पूछे गये प्रश्नों के उत्तर एक या दो वाक्य में लिखिए। qquad 5times1=5m महज़ इंतिहान पास कर लेना कोई चीज़ नहीं असल चीज है बुद्रंधि का विकास। जो कुछ पढ़ो उसका अभिप्राय समझो। रावण भूमंडल का स्वामी था। ऐसे राजाओं को चक्रवर्ती कहते हैं। आजकल अंग्रेजों के राज्य का बिस्तार बहुत बड़ा हुआ है पर इन्हें चक्रवर्ती नहीं कह सकते। संसार में अनेक राज्य अंग्रेजों का आधिपत्य स्वाकार नही करते बिलकुल स्वाधीन है। रावण चक्रवर्ती राजा था। संसार के सभी महीप उसे कर देते शे। बड़े-बड़ देवता उसकी गुलामी करते घे। आग और पानी के देवता भी उसके दास थे मगर उसका अंत क्या हुआ? घमंड ने उसका नाम निशान तक मिटा दिया कोई उसे एक चुल्लू पानी देने वाला भी न बचा। आदमी और जो कुकर्म चाहे करे पर आभिमान न करे इतराये नहीं। आभिमान किया और दीन - दुनिया दोनों से गया। 7.प्रस्तुत गद्यांश किस पाठ से लिया गया है? 8.परीक्षा में महत्वपूर्ण किसे कहा गया है? 9.चक्रवर्ती सम्राट किसे कहा जाता है? 10.गद्यांश में आये 'गर्व' के पर्यायवाची शब्द लिखिए। 11.गदूयांश से क्या सीख मिलती है?

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