बच्चन के अतिरिक्त लेखक को अन्य किन लोगों का तथा किस प्रकार का सहयोग मिला?
Answers
Answered by
19
उत्तर :
बच्चन जी के अतिरिक्त लेखक को सुमित्रानंदन पंत जी ने भी सहयोग दिया। पंत जी की सहायता से ही लेखक को इंडियन प्रेस में अनुवाद का काम मिला था ।तभी उन्होंने हिंदी में गंभीरता से कविता लिखने का निर्णय लिया था। पंत जी ने ‘निशा निमंत्रण के कवि के प्रति’ लेखक की इस कविता में संशोधन करके लेखक की सहायता की थी। लेखक की सहायता गुरुवर शारदा चरण उकील ने भी की ,उन्होंने लेखक को बिना फीस लिए आर्ट स्कूल में प्रवेश दे दिया। ‘सरस्वती’ पत्रिका में छपी एक कविता पर लेखक को निराला जी की प्रशंसा भी मिली थी। प्रशंसा के कारण लेखक के आत्मविश्वास को और अधिक बल मिलता था और प्रशंसा उत्साहवर्धन करती है और क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए सहयोग करती है। दिल्ली में रह रहे लेखक को उनके भाई तेज बहादुर कुछ पैसे भेज कर उनकी आर्थिक मदद किया करते थे। लेखक को उनके ससुराल देहरादून की केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट की दुकान पर कंपाउंडरी भी सीखने को मिली।
आशा है कि यह उत्तर आपकी मदद करेगा।।।।।
बच्चन जी के अतिरिक्त लेखक को सुमित्रानंदन पंत जी ने भी सहयोग दिया। पंत जी की सहायता से ही लेखक को इंडियन प्रेस में अनुवाद का काम मिला था ।तभी उन्होंने हिंदी में गंभीरता से कविता लिखने का निर्णय लिया था। पंत जी ने ‘निशा निमंत्रण के कवि के प्रति’ लेखक की इस कविता में संशोधन करके लेखक की सहायता की थी। लेखक की सहायता गुरुवर शारदा चरण उकील ने भी की ,उन्होंने लेखक को बिना फीस लिए आर्ट स्कूल में प्रवेश दे दिया। ‘सरस्वती’ पत्रिका में छपी एक कविता पर लेखक को निराला जी की प्रशंसा भी मिली थी। प्रशंसा के कारण लेखक के आत्मविश्वास को और अधिक बल मिलता था और प्रशंसा उत्साहवर्धन करती है और क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए सहयोग करती है। दिल्ली में रह रहे लेखक को उनके भाई तेज बहादुर कुछ पैसे भेज कर उनकी आर्थिक मदद किया करते थे। लेखक को उनके ससुराल देहरादून की केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट की दुकान पर कंपाउंडरी भी सीखने को मिली।
आशा है कि यह उत्तर आपकी मदद करेगा।।।।।
Answered by
0
Answer:
1. पंत के सहयोग से लेखक को हिन्दू बोर्डिंग हाउस के कॉमन रूम में एक सीट प्राप्त हो गयी ।
Similar questions