Hindi, asked by Surajchauhan11, 1 year ago

Best speech on Republic Day in Hindi .please

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Answered by PatelAvani
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मातृभुमि के सम्मान एवं उसकी आजादी के लिये असंख्य वीरों ने अपने जीवन की आहूति दी थी। देशभक्तों की गाथाओं से भारतीय इतिहास के पृष्ठ भरे हुए हैं। देशप्रेम की भावना से ओत-प्रोत हजारों की संख्या में भारत माता के वीर सपूतों ने, भारत को स्वतंत्रता दिलाने में अपना सर्वस्य न्योछावर कर दिया था। ऐसे ही महान देशभक्तों के त्याग और बलिदान के परिणाम स्वरूप हमारा देश, गणतान्त्रिक देश हो सका।
गणतन्त्र (गण+तंत्र) का अर्थ है, जनता के द्वारा जनता के लिये शासन। इस व्यवस्था को हम सभी गणतंत्र दिवस के रूप में मनाते हैं। वैसे तो भारत में सभी पर्व बहुत ही धूमधाम से मनाते हैं, परन्तु गणतंत्र दिवस को राष्ट्रीय पर्व के रूप में मनाते हैं। इस पर्व का महत्व इसलिये भी बढ जाता है क्योंकि इसे सभी जाति एवं वर्ग के लोग एक साथ मिलकर मनाते हैं।
गणतंत्र दिवस, 26 जनवरी को ही क्यों मनाते हैं? मित्रों, जब अंग्रेज सरकार की मंशा भारत को एक स्वतंत्र उपनिवेश बनाने की नजर नही आ रही थी, तभी 26 जनवरी 1929 के लाहौर अधिवेशन में जवाहरलाल नेहरु जी की अध्यक्षता में कांग्रेस ने पूर्णस्वराज्य की शपथ ली। पूर्ण स्वराज के अभियान को पूरा करने के लिये सभी आंदोलन तेज कर दिये गये थे। सभी देशभकतों ने अपने-अपने तरीके से आजादी के लिये कमर कस ली थी। एकता में बल है, की भावना को चरितार्थ करती विचारधारा में अंग्रेजों को पिछे हटना पङा। अंतोगत्वा 1947 को भारत आजाद हुआ, तभी यह निर्णय लिया गया कि 26 जनवरी 1929 की निर्णनायक तिथी को गणतंत्र दिवस के रूप में मनायेंगे।
26 जनवरी, 1950 भारतीय इतिहास में इसलिये भी महत्वपूर्ण माना जाता है क्योंकि भारत का संविधान, इसी दिन अस्तित्व मे आया और भारत वास्तव में एक संप्रभु देश बना। भारत का संविधान लिखित एवं सबसे बङा संविधान है। संविधान निर्माण की प्रक्रिया में 2 वर्ष, 11 महिना, 18 दिन लगे थे। भारतीय संविधान के वास्तुकार, भारत रत्न से अलंकृत डॉ.भीमराव अम्बेडकर प्रारूप समिति के अध्यक्ष थे। भारतीय संविधान के निर्माताओं ने विश्व के अनेक संविधानों के अच्छे लक्षणों को अपने संविधान में आत्मसात करने का प्रयास किया है। इस दिन भारत एक सम्पूर्ण गणतान्त्रिक देश बन गया।देश को गौरवशाली गणतन्त्र राष्ट्र बनाने में जिन देशभक्तो ने अपना बलिदान दिया उन्हे याद करके, भावांजली देने का पर्व है, 26 जनवरी।
26 जनवरी का पावन पर्व आज भी हर दिल में राष्ट्रीय भावना की मशाल को प्रज्वलित कर रहा है। लहराता हुआ तिरंगा रोम-रोम में जोश का संचार कर रहा है, चहुँओर खुशियों की सौगात है। हम सब मिलकर उन सभी अमर बलिदानियों को अपनी भावांजली से नमन करें, वंदन करें।
Answered by duragpalsingh
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गणतन्त्र दिवस


गणतन्त्र दिवस Republic day भारत का एक प्रमुख राष्ट्रीय त्योहार है । भारत का संविधान 26 जनवरी 1950 को लागू किए जाने के उपलक्ष्य मे प्रति वर्ष 26 जनवरी को गणतन्त्र दिवस के रूप मे मनाया जाता है। 26 जनवरी 1930 के कांग्रेश अधिवेशन मे नेहरू जी की अध्यक्षता मे पूर्ण स्वतन्त्रता प्राप्ति का प्रस्ताव पास किया गया था , इसी एतिहासिक महत्व की तिथि को ध्यान मे रखते हुये , 26 जनवरी को ही गणतन्त्र दिवस के रूप मे चुना गया। इस दिन भारत को सम्पूर्ण प्रभुता सम्पन्न गणराज्य घोषित किया गया। 



26 जनवरी को हम सभी भारतीय नागरिक एक महान राष्ट्रीय पर्व के रूप मे मनाते हैं।  भारत की राजधानी नई दिल्ली मे गणतन्त्र दिवस पर एक विशेष कार्यक्र्म भारत सरकार की ओर से आयोजित किया जाता है । दिल्ली के विजय चोक से लाल किले तक जाने वाली परेड इस कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण होती है । हजारो की तादाद मे लोग आईए कार्यक्र्म को देखने आते है । दूरदर्शन पर भी इस कार्यक्रम का सजीव प्रसारण किया जाता है । तीनों सेनाओ के सैनिक राष्ट्रपति को शानदार सलामी देते है । कई प्रकार के संस्कृतिक कार्यक्रम , झांकिया , नृत्य , हवाई करतव प्रस्तुत किए जाते हैं। 



26 जनवरी  republic day के दिन हर जगह विभिन्न स्थलो पर कई प्रकार के संस्कृतिक कार्यक्र्म आयोजित किए जाते है। देशभक्ति के सुरमय गीत बजाए जाते है।  गणतन्त्र दिवस का त्योहार देश के सभी नागरिक देशभक्ति के साथ आनंदपूर्वक मनाते हैं। 

सभी विद्यालयो मे भी बच्चे विभिन्न प्रकार के संस्कृतिक कार्यकम जैसे गीत , नृत्य , परेड ,आदि मे हिस्सा लेते हैं। विशेष रूप से झंडावंधन कर देशभक्ति की भावना से यह दिवस मनाया जाता है । 


इस प्रकार गणतन्त्र दिवस 26 जनवरी सभी भारतीयो के लिए एक विशेष राष्ट्रीय पर्व है जिसे सभी बड़े आनंद और देशप्रेम की भावना  के साथ प्रति वर्ष मनाते है। 



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