beti bachao beti padhao par anuched
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कहने को तो हम दोनों को एक ही मानते हैं लेकिन क्या ये वाकई ऐसा है| हम और आप सुबह उठते ही अखबार पे न जाने कितने ऐसी खबर पढ़ते हैं जहां न जाने लड़कियों को लड़की होने के गुनाह की सजा दिया जाता है|
लेकिन क्या हमने कभी खुद से ये पुछा है की क्या लड़की होना गुनाह है? आखिर न जाने हम इस बात को हजम क्यूँ नहीं कर पाते की हम ऐसी सोच पाल के खुद को और पिछले युग का हिस्सा बनाते हैं|
हम अपनी जिंदगी में न जाने कितने भाषण, किताबों या कहें टी.वी पे ये कहते देखा या सूना होगा की लड़का लड़की एक समान हैं| इनमे अंतर करने वाले हम ही हैं| लेकिन आज तक हम इस सोच को पूरी तरह लागू करने में असफल हैं|
यूँ तो हम अपने आप को 21वी शदी की कहते हैं| अपने सोच और आविष्कारों की बड़ी बड़ी बातें करते हैं| युद्ध की क्षेत्र हो या वैज्ञानिक आविष्कारों की, हमने अपने देश को हर मुकाम पे सफलता की और आगे बढ़ाया है| फिर न जाने हमारी ये मॉडर्न सोच और समझ कहाँ चुक जाती है की हम अपने ही समाज में लड्कियों की ईज्ज़त करना भूल जाते हैं और कन्या भ्रूण हत्या (पढ़ें कन्या भ्रूण हत्या पर निबंध हिंदी में) जैसी घोर अपराध को पनपने देते हैं|
हम समाज वाले भी बड़ी ही चालाकी से मंदिरों में देवियों की पूजा करते हैं और घर पे उन पर अत्याचार| क्या इन सब शर्मनाक हरकतों से हम अपने देश और आने वाले पीढ़िओं को कुछ साबित करने की सोच रहे हैं?
आए दिन हमें कन्या भ्रूण हत्या, लड़कियों पर शारीरिक और मानसिक अत्याचार, दहेज प्रथा (पढ़ें दहेज प्रथा पर निबंध हिन्दी में), जैसी अपराधिक खबर देखने और सुनने को मिल रहे हैं| क्या यही सब कुछ है जो हम अपने आने वाले पीढ़िओं को सिखाना चाहते हैं|
आज हमारे देश की सरकार भी बेटियों को बचाने और उनके अच्छे भविष्य के लिए तरह तरह के कदम उठा रही है| बेटियों की अच्छी परवरिश के लिए नए कानूनी नियम भी लागू किये जा रहे हैं और कुछ पुराने नियमों पर जरुरत अनुसार बदलाव भी लाया जा रहा है|
ऐसे ही सरकार की कुछ अहम् पहलों में से ‘बेटी बचाओ बेटी पढाओ अभियान’ भी एक है| तो आइए जानते हैं की बेटी बचाओ बेटी पढाओ अभियान क्या है और इसकी फायदा क्या क्या है|
Answer:
बेटी बचाओ बेटी पढाओ भारत सरकार द्वारा की गई सबसे बड़ी पहलों में से एक है।
Explanation:
बेटी बचाओ बेटी पढाओ भारत सरकार द्वारा की गई सबसे बड़ी पहलों में से एक है। इस अभियान का मुख्य लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि प्रत्येक बालिका को उचित शिक्षा मिले। यह भी एक कारण है कि लोग दूसरों के साथ-साथ अपने परिवारों को भी वैसा ही करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं जैसा कि धारणा बताती है।यह अभियान हमारे प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा वर्ष 2015 में शुरू किया गया था। हालांकि, इसकी शुरुआत के बाद, कई संस्थानों को अपने स्वयं के समझौते से इसे आगे बढ़ाने के लिए वित्त पोषित किया गया था। इसकी मुख्य बात लोगों में जागरूकता थी। हो सकता है कि ऐसे विज्ञापन हों जिनके बारे में बहुतों को जानकारी हो। फिर, स्कूलों जैसे संस्थानों के बीच कई तरह से प्रचारित किया गया|ऐसा ही एक तरीका है छात्रों को अंग्रेजी में निबंध के लिए तैयार करना। एक बार जब छात्र स्वयं उनकी तैयारी कर रहे होते हैं तो इस विषय में और अधिक जागरूकता बढ़ने की संभावना होती है। ये अभ्यास न केवल छात्रों को इन विषयों के बारे में ज्ञान देने में सहायक होते हैं बल्कि यह भी देखते हैं कि वे स्कूल में अन्य विद्यार्थियों के लिए भी जागरूकता बढ़ाएं।
#SPJ2