बगुला समाज के किस वर्ग का प्रतीक है?
Answers
बगुला समाज के ढोंगी और पाखंडी वर्ग का प्रतीक है।
बगुला समाज में ऐसे ढोंगी और पाखंडी वर्ग का प्रतीक है, जो अपने चेहर पर दोहरा मुखौटा लगाये रहते हैं, यानि की वे दोहरा व्यक्तित्व जीते हैं। बगुला भी दोहरा व्यक्तित्व जीता है। वह तालाब में स्थिर होकर खड़ा रहता है, जैसे वह कोई बहुत संत और सीधा-साधा प्राणी हो। वह स्वयं को ऐसा दिखाता है कि उससे किसी को कोई भय नहीं होना चाहिए। लेकिन जैसे ही कोई मछली आती है तो वह एकदम मछली पर झपट पड़ता है और मछली को अपनी चोंच में दबाकर निगल लेता है। बाद में वो फिर ऐसे पुनः सीधा साधा, भोला भाला बनकर खड़ा हो जाता है।
समाज में भी बहुत से ऐसे ढोंगी लोग होते हैं, जो अपने व्यक्तित्व को ऐसा जताते हैं जैसे वह सब शरीफ होने का ढोंग करते हैं, लेकिन वास्तव में उतने शरीफ होते नही, वह अपन शराफत की आड़ में कोई न कोई गलत कार्य भी करते हैं, लेकिन शरीफ होने का ढोंग और पाखंड करते रहते हैं। इसीलिये समाज में अक्सर ढोंगी-पाखंडी लोगों को बगुला भगत कहा जाता है।
☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼
Answer:bagula samaj ke lobhi varg ka symbol hai
Explanation: