भोग और त्याग के बीच संतुलन बनाए रखो। ना तो भोगों में लिप्त रहो, ना ही शरीर को सुखाओ। वाख कविता के आधार पर अपना विचार व्यक्त करें
please answer fast urgent don't spam
Answers
Answered by
1
Answer:
भोग और त्याग के बीच संतुलन बनाए रखो। ना तो भोगों में लिप्त रहो, ना ही शरीर को सुखाओ। वाख कविता के आधार पर अपना विचार व्यक्त करें
Similar questions
Computer Science,
21 days ago
Social Sciences,
21 days ago
Social Sciences,
21 days ago
Math,
1 month ago
Math,
9 months ago