भाग्यवाद को कवि ने क्या बताया है?⚫⚪
Answers
Answered by
4
Answer:
कवि कहता है कि भाग्यवाद भाग्यवादिता का सिद्धांत केवल पाप का आवरण है। यह एक ऐसा अस्थ्तर है , जिसका आश्रय लेकर भाग्यवादी मनुष्य ,दूसरे मनुष्य का शोषण करता है। वह प्रकृति का अकूत भण्डार को अपने पास दबा कर रखता है जिससे कोई अन्य मनुष्य उसका उपयोग न कर सके।
Answered by
5
Explanation:
कवि कहता है कि भाग्यवाद भाग्यवादिता का सिद्धांत केवल पाप का आवरण है। यह एक ऐसा अस्थ्तर है , जिसका आश्रय लेकर भाग्यवादी मनुष्य ,दूसरे मनुष्य का शोषण करता है। वह प्रकृति का अकूत भण्डार को अपने पास दबा कर रखता है जिससे कोई अन्य मनुष्य उसका उपयोग न कर सके।
hope it helps you..
thank you
Similar questions