Hindi, asked by Anonymous, 4 months ago

भाग्यवाद को कवि ने क्या बताया है?⚫⚪​

Answers

Answered by braingirl5
4

Answer:

कवि कहता है कि भाग्यवाद भाग्यवादिता का सिद्धांत केवल पाप का आवरण है। यह एक ऐसा अस्थ्तर है , जिसका आश्रय लेकर भाग्यवादी मनुष्य ,दूसरे मनुष्य का शोषण करता है। वह प्रकृति का अकूत भण्डार को अपने पास दबा कर रखता है जिससे कोई अन्य मनुष्य उसका उपयोग न कर सके।

Answered by Akshara8088
5

Explanation:

कवि कहता है कि भाग्यवाद भाग्यवादिता का सिद्धांत केवल पाप का आवरण है। यह एक ऐसा अस्थ्तर है , जिसका आश्रय लेकर भाग्यवादी मनुष्य ,दूसरे मनुष्य का शोषण करता है। वह प्रकृति का अकूत भण्डार को अपने पास दबा कर रखता है जिससे कोई अन्य मनुष्य उसका उपयोग न कर सके।

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