भाग्यवादी किसे कहते है? क्या मनुष्य को भाग्य के सहारे ही आगे बढना चाहिए?
Answers
Answered by
21
उत्तर -> जो भाग्य के सहारे रहे उसे भाग्यवादी कहते हैं अर्थात जो व्यक्ति यह सोच ले उसके जीवन में जो कुछ भी घटित हो रहा है वह पूर्व नियोजित था और यही उसके भाग्य में लिखा हुआ था और जो आगे होगा वह भी उसके भाग्य में लिखा हुआ ही है।
मनुष्य को भाग्य के सहारे बिल्कुल भी आगे नहीं बढ़ना चाहिए। भाग्य भी उसी का ही बनता है जो मेहनत करता है मेहनत करने वालों ने अपने भाग्य को बदल दिया है इसके लिए इतिहास गवाह है। परिश्रम ही मनुष्य का भाग्य है जो व्यक्ति जितना परिश्रम करता है उसे उसकी मेहनत का फल भी उतना ही मिलता है। अगर मनुष्य भाग्य के सहारे बैठ जाएं तो सभी मेहनत करना बंद कर देंगे और सारा विकास रुक जाएगा।
Similar questions