भागता’ शब्द में कौन-सा प्रत्यय है?
Answers
Explanation:
- भागता शब्द मे भाग मूलं शब्द है और प्रत्यय है।
Answer:
Concept:
जो शब्दांश किसी मूल शब्द के पीछे या अन्त में जुड़कर नवीन शब्द का निर्माण करके पहले शब्द के अर्थ में परिवर्तन या विशेषता उत्पन्न कर देते हैं, उन्हें प्रत्यय कहते हैं।
Find:
भागता’ शब्द में कौन-सा प्रत्यय है?
Given:
भागता’ शब्द में कौन-सा प्रत्यय है?
Explanation:
'भागता' शब्द मे 'ता' प्रत्यय और 'भाग' मूल शब्द है|
जो शब्दांश किसी मूल शब्द के पीछे या अन्त में जुड़कर नवीन शब्द का निर्माण करके पहले शब्द के अर्थ में परिवर्तन या विशेषता उत्पन्न कर देते हैं, उन्हें प्रत्यय कहते हैं। कभी-कभी प्रत्यय लगाने पर भी शब्द के अर्थ में कोई परिवर्तन नहीं होता है। जैसे- बाल-बालक, मृदु - मृदुल
प्रत्यय लगने पर शब्द एवं शब्दांश में संधि नहीं होती बल्कि शब्द के अन्तिम वर्ण में मिलने वाले प्रत्यय के स्वर की मात्रा लग जाती है, व्यंजन होने पर वह यथावत रहता है। जैसे- लोहा +आर = लुहार, नाटक+कार = नाटककार
संस्कृत की तरह ही हिन्दी के भी अनेक प्रत्यय प्रयुक्त होते हैं। ये प्रत्यय यद्यपि कृदन्त और तद्धित की तरह जुड़ते हैं, परन्तु मूल शब्द हिन्दी के तद्भव या देशज होते हैं। हिन्दी के सभी प्रत्ययों को निम्न वर्गों में सम्मिलित किया जाता है
(1) कर्त्तृवाचक जिनसे किसी कार्य के करने वाले का बोध होता है, वे
कर्त्तृवाचक प्रत्यय कहलाते हैं। जैसे-
• आर - सुनार, लोहार, चमार, कुम्हार ।
• ओरा - चटोरा, खदोरा, नदोरा।
• इया - दुखिया, सुखिया, रसिया, गडरिया ।
(2) भाववाचक जिनसे किसी भाव का बोध होता है, भाववाचक
प्रत्यय कहलाते हैं। जैसे-
• आ - प्यासा, भूखा, रुखा, लेखा
• आई- मिठाई, रंगाई, सिलाई, भलाई।
( 3 ) सम्बन्धवाचक- जिनसे सम्बन्ध का भाव व्यक्त होता है, वे सम्बन्धवाचक प्रत्यय कहलाते हैं। जैसे
• आई- बहनोई, ननदोई, रसोई।
(4) लघुतावाचक जिनसे लघुता या न्यूनता का बोध होता है, वे
लघुतावाचक प्रत्यय कहलाते हैं। जैसे
• ई- रस्सी, कटोरी, टोकरी, ढोलकी।
• इया - खटिया, लुटिया, चुटिया, डिबिया, पुड़िया
(5) गणनावाचक प्रत्यय जिनसे गणनावाचक संख्या का बोध है, वे
गणनावाचक प्रत्यय कहलाते हैं। जैसे
• था - चौथा ।
• रा - दूसरा, तीसरा ।
#SPJ2