(४) 'भोजन का प्रभाव'-टिप्पणी लिखो।
Answers
Answer:
add me brainiest and give thanks
Explanation:
भोजन का शरीर के साथ मस्तिष्क पर भी सीधा प्रभाव पड़ता है। भोजन ताजा व शुद्ध खाना चाहिए। यदि जैविक खाद से तैयार किए खाद्यान्न मिले तो उन्हें ही भोजन में शामिल करना चाहिए। दरअसल, रसायनिक खाद से तैयार खाद्यान्न में हानिकर रसायनों की मात्रा बढ़ जाती, जो कि सेहत के लिए हानिकर होते हैं।
भारतीय परंपराओं के अनुसार भोजन सिर्फ हमारे शरीर की आवश्यकता नहीं है, अपितु इसका असर हमारे मन पर भी पड़ता है। इसी कारणवश भोजन को सात्विक, राजसिक व तामसिक भोजन ऐसी तीन श्रेणियों में बाँटा गया है। कहा जाता है, 'जैसा खाए अन्न, वैसा बने मन' अर्थात हम जैसा भोजन ग्रहण करते हैं, उसके अनुरूप हमारे तन व मन पर प्रभाव पड़ता है। जैसे यदि हम सात्विक भोजन करते हैं, तो हमारे मन में दया, क्षमा, प्रेम जैसे भाव अधिक होते हैं। राजसिक भोजन करने से आवेश, कामुकता, तनाव, आलस्य जैसे भाव व्यक्ति में बढ़ जाते हैं। इसके अलावा तामसिक भोजन करने वाले व्यक्तियों में क्रोध, हिंसा, उत्तजेना जैसे भाव बहुत अधिक होने की संभावना होती है। इस तरह यह कहा जा सकता है कि भोजन का हमारे शरीर व मन दोनों पर बहुत प्रभाव पड़ता है।