‘भिक्षुक’ कविता में व्यक्त कवि के भावों को स्पष्ट कीजिए।
Answers
Answered by
0
Answer:
Kavita ka name and class tell please then I can answer the question
Answered by
1
भिक्षुक कविता में कवि ने एक भिक्षुक के अत्यंत मार्मिक स्थिति का चित्रण किया है। वे एक भिक्षुक की दीन - दशा को देखकर अत्यंत दुखी हैं एवं क्रोधित भी हैं कि एक भिक्षुक को भुखमरी के कारण दूसरों से अपमान, दुख एवं उपेक्षा सहन करनी पड़ती है। भिक्षुक की दीनता को देखकर कवी उनके प्रति सहानुभूति प्रकट करते हैं। कवि चाहते हैं कि लोगों के मन में दयनीय एवं भुखमरी भिक्षुक के प्रति करुणा का भाव जगे ताकि वे उन कमजोर भिक्षुको की मदद कर सके।
hope it helps you....
mark as brainliest plzz ❤️
Similar questions