Hindi, asked by Shashikaushik, 3 months ago

भीखमंगो की दुनिया में बेरोक प्यार उठाने वाला कभी ऐसा क्या कहता है कि वह अपने हृदय पर असफलता का एक निशान भार की तरह लेकर जा रहा है ? क्या वह निराश है या प्रसन्न है ?

Answers

Answered by afrozahmad23658
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Answer:

निराश hai ye bhaut jyada

Answered by TejasMishra8770
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Answer:

कवि भिखमंगो कि दुनिया में बेरोक प्यार लुटाने के लिए कहता है किंतु वह अपने कार्य में पूर्णतः सफल नहीं हो पाता। अपनी इसी असफलता को वह एक निशान अर्थात भार की तरह लेकर जा रहा है। यह कवि की असफलता है जो उसके मन में निराशा की भावना को बढ़ा रही थी। इस निराशा के कारण ही कवि भी निराश है।

Explanation:

ये लो तुम्हारा उत्तर एक्सप्ला के साथ

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