Hindi, asked by ammuluvengat1980, 7 months ago

भोला ने सारगी कहा फेंक दी?

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Answered by reenatomar64
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Answer:

मीठी सारंगी पाठ में बताया गया है कि एक बार एक गाँव में सारंगी वाला आया था। वह बहुत अच्छी सारंगी बजाता था। जब वह रात को सारंगी बजाना शुरू करता तो गाँव के बहुत सारे लोग इक्कठा हो जाते। सारंगी की मीठी आवाज और उसके बजाने की कला से लोग दंग रह गया। सब लोग कहते है थे कि कैसी मीठी सारंगी है ,कितना आनंद आया। सारंगी सुनने के लिए पास में भोला भी बैठा हुआ था। वह सोचने लगा कि लोगो को सारंगी मीठी लग रही है ,लेकिन मेरा मुँह तो मीठा ही नहीं हुआ। सब लोग बड़े झूठे है।

रात को जब सारंगी का कार्यक्रम समाप्त हुआ तो गाँव के लोगों ने सारंगी वाले से प्रार्थना कि आप दो चार दिन यहाँ ठहर जाए। भोला यह सुनकर बहुत झुंझलाया और सोचने लगा कि लोग झूठ नहीं बोल सकते हैं ,मुझे पता नहीं क्यों स्वाद नहीं आ रहा है।

रात को जब सब सो गए तो सारंगी वाले ने सारंगी पर खोल चढ़ाई और उसे अपने सिरहाने रखकर सो गया। भोला ने चुपके से सारंगी उठा ली और खोल उतार कर अपनी जीभ से चाटने लगा ,लेकिन उसे कोई स्वाद नहीं आया। उसने सारंगी को खूब हिलाया ,उसके छेद के पास जाकर मुँह में उडेला ,लेकिन सारंगी से एक भी मीठी बूँद न निकली। उसे लोगों की बेवकूफी पर बहुत गुस्सा आया। वह सारंगी को लेजाकर गाँव के बाहर फेंक दिया और जाकर घर पर चुपचाप सो गया।

सुबह होने पर लोगों व सारंगीवाले ने सारंगी को अपनी जगह न पाकर खोजबीन शुरू की। लोह कहने लगे कि बड़ी मीठी सारंगी था ,पता नहीं कौन ले गया। भोला यह बात न सुन सका और गुस्से से बोला कि तुम लोग झूठे हो और बाबाजी की खुशामद करते हो ,मैंने उसे अच्छी तरह चाटा है ,लेकिन कोई मीठास नहीं आई। लोगों ने पूछा कि सारंगी कहाँ है ? तो उसे बताया कि गाँव के बाहर पड़ी है। लोगों ने भोला कि बेवकूफी पर सर पीट लिया।

Explanation:

सारंगी की मीठास

प्र. गाँव वाले कहते थे कैसी मीठी सारंगी है ! इसका क्या मतलब है? सही बात पर निशान लगाओ।

उ. सारंगी से निकलने वाली आवाज सुनने में अच्छी लगती थी।

प्र. अब तुम समझ गए होगे कि गाँव वाले सांरगी को मीठी क्यों कहते थे। अब बताओ कड़वी बात का क्या

मीठी सारंगी

मीठी सारंगी

मतलब होगा?

उ. कडवी आवाज का मतलब होता है ,जो आवाज लोगों को बुरी लगे। उसे सुनकर उनके ह्रदय को ठेस पहुंचे। अतः किसी के दिल दुखलाने वाली आवाज को कडवी आवाज कहते हैं।

कहानी से

प्र. भोला ने क्यों सोचा कि सभी झूठ बोल रहे हैं?

उ. भोला को इसीलिए लगा कि लोग झूठ बोल रहे हैं क्योंकि सारंगी सुनने से उसका मुंह तो मीठा नहीं हो रहा है।

प्र. भोला को सारंगी का स्वाद क्यों नहीं आया?

उ. सारंगी से संगीत बजता है ,जो लोगों के ह्रदय को छूकर उन्हें मत्रमुग्ध कर देता है। वह कोई खाने की चीज़ नहीं है। इसीलिए भोला को सारंगी का कोई स्वाद नहीं आया।

प्र. भोला ने किस-किस तरह से यह जानने की कोशिश की कि सारंगी मीठी है?

उ. भोला, सबसे पहले सारंगी वाले के पास बैठा ,जिससे उसका मुंह मीठा हो जाए। इसके बाद उसे जीभ से चाटा। फिर उसे खूब हिलाया ,ताकि उसके छेद से मीठी बूँद निकले।

प्र. सारंगी वाले ने सारंगी पर खोल चढ़ाया और अपने सिरहाने रखकर सो गया।सारंगी वाले ने अपनी सारंगी पर खोल क्यों चढ़ाया होगा?

उ. सारंगी वाले ने सारंगी पर इसीलिए खोल चढ़ाया ,ताकि वह गन्दी न हो और सुरक्षित रहे।

प्र. और किन-किन चीज़ों पर खोल चढ़ाया जाता है ?

उ. सारंगी के अलावा रजाई ,गद्दे ,सोफ़ा ,तकिया ,मेज ,कंप्यूटर आदि पर खोल चढ़ाया जाता है।

चटखारे

प्र. इस कहानी में मिठास की बात है। तुम्हें कौन-कौन सी मीठी चीज़ें अच्छी लगती हैं?

उ. मुझे मीठी चीज़ें में जलेबी ,रसगुल्ला ,गुलाबजामुन ,खीर आदि अच्छी लगती है।

प्र. क्या खाने की चीज़ें सिर्फ़ मीठी ही होती हैं? मीठे के अलावा उनका और क्या-क्या स्वाद होता है?

उ. खाने की चीज़ें सिर्फ मीठी ही नहीं होती है। वह मीठे के अलावा तीखी ,नमकीन ,कडवी ,मसालेदार आदि होती है।

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