Hindi, asked by 32AVC, 2 months ago

भूलकर भी दूसरों का मुँह कभी तकते नहीं’ पंक्ति का भावार्थ है-
वे दूसरों की मदद के लिए हाथ पर हाथ रखकर नहीं बैठते|

वे दूसरों की मदद लेते हैं |

वे दूसरों से उम्मीद रखते

Answers

Answered by bunkarpayal75
3

Answer:

ve khabhi bhi Duarte se madad ki umid nahi rakhte

Answered by prabhaagrahari967
0

Answer:

वे दूसरों की मदद नहीं लेते

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