भूमि निजीकरण के कोई दो कारण बताइए
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सोशल मीडिया: केवल एक फूल के खिलने जैसा था आगमन तुम्हारा
Ratnesh Mishra रत्नेश मिश्र
सोशल मीडिया: केवल एक फूल के खिलने जैसा था आगमन तुम्हारा
Viral Kavya
केवल एक फूल के खिलने जैसा था आगमन तुम्हारा,
किंतु तुम्हारा जाना जैसे जंगल भर में आग लग गई !
तुम बोले तो जैसे निर्जन में कोई चिड़िया बोली हो
किंतु तुम्हारे चुप रहने ने सदियों तक हिमखण्ड गिराये,
तुमको छूना जैसे मुझ में पल भर सावन भादों उतरे
तुमसे दूरी जैसे मुझसे सारे मौसम हुए पराये !
लगता है मेरे जीवन में सब कुछ ही था सृजन तुम्हारा,
संग तुम्हारे विदा हुआ सब और नगर में आग लग गई।
Answer:
वर्तमान में यह आवश्यक हो गया है कि सरकार स्वयं को “गैर सामरिक उद्यमों” के नियंत्रण, प्रबंधन और संचालन के बजाय शासन की दक्षता पर अपना अधिक ध्यान केंद्रित करे।
गैर-महत्त्वपूर्ण सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यमों में लगी सार्वजनिक संसाधनों की बड़ी धनराशि को समाज की प्राथमिकता में सर्वोपरि क्षेत्रों में लगाना चाहिये। जैसे- सार्वजनिक स्वास्थ्य, परिवार कल्याण, प्राथमिक शिक्षा तथा सामाजिक और आवश्यक आधारभूत संरचना।
अव्यवहार्य और गैर-महत्त्वपूर्ण सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यमों को संपोषित किये जाने वाले दुर्लभ सार्वजनिक संसाधनों के उत्तरोत्तर बाह्य प्रवाह (Further out flow) को रोककर सार्वजनिक ऋण के बोझ को कम किया जाना चाहिये।
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